हरिद्वार। श्यामुपर व उसके आसपास के इलाकों में कुट्टू का आटा खाने करीब 150 लोगों के बीमार होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। कुट्टु के आटे की सैंपलिग लेने के लिए ज्वालापुर क्षेत्र मे ंगयी प्रशासन की एक टीम का व्यापारियों ने विरोध किया। जिसके चलते सैम्पलिंग की कार्यवाही का विरोध करते हुए व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दी। ज्वालापुर के शिव मार्केट में तनेजा स्टोर पर एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा संयुक्त रुप से सैंपल भरने की कार्यवाही की। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों द्वारा व्यापारी से अभद्रता की गई है, जिससे व्यापारी की तबीयत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। व्यापारियों ने बाजार बंद कर प्रशासन का विरोध किया। व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन दबाव की राजनीति कर रहा है, जो कि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहाकि प्रशासन को इस तरह की कार्यवाही नहीं करनी चाहिए। यदि प्रशासन को सैंपलिंग करनी है तो व्यापार मंडल को साथ लेकर इस प्रक्रिया को करें, ताकि व्यापारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के बीच टकराव की स्थिति ना आए। सैम्पलिंग एक निर्धारित प्रक्रिया होती है। प्रशासन को कोई ऐसा अनैतिक कार्य नहीं करना चाहिए जिससे कि व्यापारियों का उत्पीड़न हो। व्यापारी करोना कॉल में प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले हैं। व्यापार की स्थिति ठीक होने पर इस तरह की कार्यवाही उचित नहीं है। व्यापारियों ने प्रशासन को कड़ी चेतावनी देते हुये कहा कि व्यापारियों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी व्यापारियों ने इस कार्यवाही के विरोध में एकजुट होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

फूड प्वायजनिंग मामलाः व्यापारियों ने किया सैम्पलिंग की कार्यवाही का विरोध


