हरिद्वार। उत्तरी हरिद्वार में डेरा कोतरीसर की करोड़ों की भूमि को कूटरचित दस्तावेजों से हड़पकर बेचने के आरोपी कनखल निवासी उद्योगवति तोष जैन व उनकी पत्नी मोनिका जैन को हुनमानगढ़ राजस्थान की पुलिस आज हरिद्वार लेकर आयी। बता दंें कि जैन दम्पत्ति को राजस्थान पुलिस ने सोमवार को मेरठ स्थित टोल नाके के पास से देर शाम गिरफ्तार किया था। जैन दम्पत्ति के खिलाफ लंगियाना जिला मोगा पंजाब हाल निवासी 16 पीबीएन कोतरीसर डेरा के संचालक संत लालदास पुत्र संत करनैल सिंह ने 23 सितम्बर को पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। जिस पर पुलिस ने जैन दम्पत्ति को गिरफ्तार किया।
संत लाल के मुताबिक कोतरीसर में बाबा दुवीजदास के नाम से डेरा बहुत पुराना है। जिसका चेला संत बाबा दयालदास थे। इस डेरे की हरिद्वार व राजस्थान में काफी प्रापर्टी है। सभी प्रापर्टी के मालिक बाबा दयालदास थे। बाबा दयालदास अनपढ़ थे और उनका कनखल निवासी तोष जैन पर अटूट विश्वास था। संत लाल ने बताया कि हरिद्वार में प्रापर्टी को लेकर चल रहे विवाद के कारण तोष जैन ने स्वंय को मुख्यारे आम नियुक्त करने की बात कही। जिसके बाद बाबा दयालदास ने 15 सितम्बर 2006 को मुख्तयानामा हनुमानगढ़ में लिखकार तोष जैन को दिया। इसके बाद 6 मई 2008 को डेरे की पैरवी के लिए र्तोष जैन को नियुक्त कर दिया गया। तोष जैन ने छल करके 24 सितम्बर 2008 को हरिद्वार की 40 करोड़ की भूति हड़पकर अपनी पत्नी मोनिका जैन के नाम 20 लाख रुपये में विक्रय किए जाने का इकरारनामा लिखवा दिया। इसकी जानकारी मिलने के बाद बाबा दयालदास ने 6 मई 2008 को जोरी मुख्त्यारनामा निरस्त करवा दिया। और तोष जैन को नोटिस भेजे। जिसके बाद अगले दिन तोष जैन ने हरिद्वार की भूमि का बैनामा अपनी पत्नी मोनिका के पद्वा में रजिस्टर्ड करवा दिया। तोष जैन द्वारा जमीन बेचने के बाद आयकर विभाग बीकानंेर की ओर से 13 जनवरी 2020 को 25 करोड़ की आयकर की बकाया राशि को लेकर सार्वजनिक सूचना प्रकाशित करायी गयी। जिसके बाद तहकीकात करने पर पता चला की तोष जैन ने करोड़ों की सम्पत्ति हड़पने के लिए हरिद्वार की भूमि का लाखों रुपये में बैनामा करवा दिया है। आयकर की राशि जमा न होने पर डेरा कोतरीसर की सारी सम्पत्ति कुर्क हो गयी। जिसके बाद इनके खिलाफ मुकद्मा दर्ज करवाया गया। इसी सिलसिले में मामले की जांच के लिए हनुमानगढ़ पुलिस जैन दम्पत्ति को हरिद्वार लेकर आयी। पुलिस जैन दम्पत्ति को कई स्थानों पर ले गयी। जिससे षडयंत्र का पर्दाफाश हो सके।

बंटी-बबली बने तोष व मोनिका जैन, जांच के लिए हरिद्वार लायी राजस्थान पुलिस


