हरिद्वार। धर्मनगरी के ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में पहली बार रोजा इफ्तारी के आयोजन को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। कॉलेज परिसर में रोजा इफ्तारी को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल किया। हिंदू संगठनों का आरोप है कि रमजान के महीने में कॉलेज में पढ़ने वाले कुछ मुस्लिम छात्रों द्वारा बाहर से मुस्लिम युवकों को बुलाकर रोजा इफ्तारी कर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। बवाल बढ़ने पर ऋषिकुल विद्यापीठ के पदाधिकारी और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और हंगामे को शांत कराया। हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी है कि इस मामले में तीन दिन के अंदर कार्रवाई नहीं की गयी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज मे कुछ मुस्लिम छात्रों द्वारा रोजा इफ्तारी का आयोजन किये जाने से धर्मनगरी में आक्रोश व्याप्त हो गया। महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित ऋषिकुल विद्यापीठ के अंतर्गत इस मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई थी। बाद में इसका सरकारीकरण कर दिया गया। यंहा पर देश भर से छात्र मेडिकल की शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते है। शुक्रवार को कॉलेज परिसर में कुछ मुस्लिम छात्रों द्वारा रोजा ईफ्तारी का आयोजन किया गया। इसमें कई बाहरी मुस्लिम लोगो को भी बुलाया गया। शनिवार को रोजा इफ्तारी किये जाने की सूचना मिलते ही हिन्दू संगठनों के कार्यकर्त्ता कॉलेज पंहुचे और वंहा पर हंगामा शुरू कर दिया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज परिसर में धरना प्रदर्शन कर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बजरंग दल के पदाधिकारी अमित कुमार ने आरोप लगाया कि कॉलेज परिसर में बाहरी व्यक्तियों को बुलाकर हिन्दू धर्मनगरी मे रोजा इफ्तारी एक साजिश के तहत की गई। उन्होंने कहा कि हरिद्वार क्षेत्र में गैर हिन्दू द्वारा इस तरह का कोई आयोजन करना नगर निगम के बायलॉज के तहत प्रतिबंधित है। उन्होंने आरोप लगाया कि धर्मनगरी मे इस्लामिक जिहाद के तहत यह साजिश की गयी है। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि तीन दिन के अंदर आरोपित छात्रों के खिलाफ कॉलेज प्रबंधन ने निष्कासन की कार्रवाई नही की तो बजरंग दल आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
नवीन तेश्वर प्रांत सुरक्षा प्रमुख बजरंग दल ने आरोप लगाया कि प्रधानाचार्य द्वारा ऋषिकुल आयुर्वैदिक कॉलेज को लव जिहाद और धर्मांतरण का केंद्र बनाया जा रहा है। यह घटना देवभूमि उत्तराखंड एवं हिंदू संस्कृति को शर्मसार करने वाली है, इसे बजरंग दल बर्दाश्त नहीं करेगा।
ऋषिकुल मेडिकल कॉलेज के केम्पस डाइरेक्टर डॉ डीसी सिंह का इस मामले में कहना है कि शुक्रवार कि शाम को उन्हें कुछ छात्रों द्वारा केम्पस में पार्टी किये जाने की शिकायत मिली थी, जबकि इस पार्टी के लिए कॉलेज प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। कुछ छात्रों वंहा खाने पीने का सामान लेकर आये थे। हमने वंहा पंहुचकर इस पार्टी को नहीं होने दिया। कु छ संगठनों और छात्रों ने मुस्लिम छात्रों द्वारा केम्पस में रोजा इफ्तारी के आयोजन की शिकायत की है। इस मामले मे कॉलेज के शिक्षकों कि एक जांच कमेटी बनाई है जो इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देगी।