गोलियों की तडतडाहट से गूंजा भोगपुर गांव, सहमे लोग

पेड़ लगाने को लेकर हुआ था दो पक्षों में विवाद, मुकदमा दर्ज


विनोद धीमान

हरिद्वार। लक्सर के भोगपुर गांव में बीते 1 फरवरी को खेत की मेड पर पॉपुलर के पेड़ लगाने को लेकर पड़ोसी से हुई कहासुनी ने खूनी रूप ले लिया। इस विवाद में देर रात जमकर गोलियां चलीं। गोलियों की तडतडाहड से गांव गूंज उठा।
बता दें कि मेड पर पेड़ लगाने को लेकर जसराज की अपने पड़ोसी शीशपाल के साथ कहासुनी हो गई थी, जिसमें भोगपुर गांव के मौजूद लोगों ने आपस में दोनों को समझा बूझाकर मामला शांत कर दिया था, लेकिन शीशपाल और उसके भाई सुशील द्वारा रंजिश रखते हुए बीते 12 फरवरी को जसराज के साथ खेत से लौटते वक्त गांव में उसके साथ मारपीट की।


जसराज का आरोप है कि अर्पित पुत्र विशाल द्वारा ईंट व धारदार हथियार से वार कर घायल कर दिया था, जिसकी सूचना पीडि़त ने पुलिस चौकी भिक्कमपुर को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली और जसराज को मेडिकल व इलाज करने के लिए भेज दिया था।


बीते 15 फरवरी को पीडि़त जसराम अपना इलाज कराकर शाम के समय अपने घर वापस आ गया था। जैसे भी घर वापस आया उपरोक्त लोगों की औरतों ने गाली गलौज करना शुरू कर दिया। इसके बाद देर रात करीब 10.30 बजे अजीत, ऋषिपाल, विशाल आशीष, वरुण, दीपक (विपक्षी का दामाद) के द्वारा बाहर से लोगों को बुलाकर फायरिंग शुरू कर दी।


इस दौरान लगभग 20 से 25 राउंड फायरिंग की गई, जिसमें एक गोली जसराज के गेट पर लगी। जसराज ने बताया एक काले रंग की थार और दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे, जिन्होंने अंधाधुन गोलियां बरसाई। गोलियों की आवाज सुनकर गांव वाले जैसे ही बाहर निकले तो उन्होंने उनके ऊपर भी फायर शुरू कर दिया। इसके बाद गांव के लोगों ने 112 पर पुलिस को कॉल किया और मामले की सूचना दी। पुलिस सूचना मिलने के 1 घंटे बाद गांव में पहुंची और मामले की जानकारी ली। पुलिस ने मौका से कुछ कारतूसों की खोखे बरामद किए।


मामले में जसराज ने पुलिस को सुशील कुमार, शीशपाल, अजीत पुत्रगण चमेल सिंह, आशीष, विशाल, वरुण निवासीगण भोगपुर एवं दीपक कुमार पुत्र श्यामलाल निवासी रायसी व अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं पुलिस ने जसराज द्वारा मिली तहरीर के आधार पर आरोपियों के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जब मामले की जानकारी पुलिस से लेना चाहि तो किसी भी अधिकारी ने फोन तक उठाने की हिम्मत नहीं जुटाई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *