हरिद्वार। अब पुलिस का काम भी हरिद्वार के कुछ कथित संत करने लगे हैं। जहां कोई मसला होने पर सूचना पुलिस को दी जाती है वहीं अब शिकायत पुलिस की जगह संत को की जाने लगी हैं और संत भी पुलिस की भूमिका निभाते हुए धमकाने का काम करने लगा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विगत सप्ताह दो कथित संत एक संत के पास एक समाजसेवी की शिकायत लेकर पहुंचे। संतों ने संत से गुहार लगाई की महाराज हरिद्वार का एक समाजसेवी उनको परेशान करता है और दूसरों के पास जाकर उनके बारे में अपशब्द बोलता है। फिर क्या था संत भी जोश में आ गए और उसने समाजसेवी को अपने आश्रम में बुला लिया। समाजसेवी के पहुंचने पर संत ने कहाकि तुम क्यों कथित संतों को परेशान करते हो, क्यों उनके बारे में अपशब्द बोलते हो। संत की ऐसी भाष सुनकर समाजसेवी का भी पारा थोड़ा बढ़ गया।
उन्होंने संत से पूछा की महाराज आप क्या कमीशनर, एसएसपी या फिर दरोगा हो, जो मुझे बुलाकर पूछताछ कर रहे हो और आपको पूछताछ करने का अधिकार किसने दिया। समाजसेवी की बात सुनकर संत के तेवर ढीले पड़े और वह समाजसेवी के समक्ष मिमियाने लगा। बोला की वे लोग मेरे पास आपकी शिकायत लेकर आए थे, जिस कारण से एक बड़े होने के नाते मैंने आपको बुलाकर पूछ लिया। कृपा कर शिकायत लेकर आए संतों के खिलाफ आप कुछ मत कहा करो, आपकी बड़ी कृपा होगी। समाजसेवी बोला की संतों के खिलाफ मैं किसी भी प्रकार के अपशब्दों का प्रयोग नहीं करता हूं। हां इतना जरूर है कि संत के लिबास में जो कथित भेडि़ए घूम रहे हैं उनके खिलाफ मैं बोलूंगा भी और कानूनी कार्यवाही भी करूंगा। जिस पर दबाव बनाने वाला संत मौन हो गया। वैसे शिकायत लेकर गए दोनों संत अपने आप को किसी तीसमारखां से कम नहीं समझते, वहीं दूसरा संत भी अपने का ववर्तमान में खुदा से कम नहीं समझाता।


