हरिद्वार। सरकार के मुताबिक कुंभ का आगाज 1 अप्रैल से होगा, किन्तु अखाड़ों में कुंभ को लेकर तैयारियां आरम्भ हो चुकी है। कुंभ में अखाड़ो में फहरायी जाने वाली धर्मध्वजा के लिए लकड़ी अखाड़ों में पहुंच चुकी है। जिसे शुक्रवार को अखाड़ों को मेला अधिकारी द्वारा सौंप दिया गया है।
निरंजनी अखाड़े की धर्म ध्वजा आगामी 27 फरवरी को स्थापित की जाएगी। जिसके बाद अखाड़े में कुंभ को लेकर होने वाले मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे। धर्म ध्वजा स्थापित करने के लिए मेला प्रशासन द्वारा निरंजनी अखाड़े में भेजी गई लकड़ी को अखाड़े के सचिव श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज व सचिव स्वामी राम रतन गिरी महाराज जंांचा । जिसमें लकड़ी की लम्बाई कम पायी गई। अब दूसरी लकड़ी लगाकर लम्बाई को पूरा किया जाएगा। बता दें कि धर्मध्वजा के लिए लकड़ी की लबाई 100 फीट की होनी चाहिए लेकिन कमी रहने पर इसमें दूसरी लकड़ी बांधकर उसको पूरा कर लिया जाता है। इतनी लम्बी ध्वजा के पीछे कारण यह है कि धर्मध्वजा अखाड़ों की 52 मढ़ियों के साथ 52 शक्ति पीठों का प्रतीक मानी जाती है। जिसमें प्रत्येक एक हाथ की लम्बाई पर बंध लगाए जाते हैं जो मढ़ी और शक्ति पीठ का प्रतीक होते हैं। यूं तो 51 मढ़ी अखाड़ों में होती हैं। किन्तु 52 वीं मढ़ी लामा मढ़ी के रूप में बंध लगाया जाता है। निरंजनी अखाड़े की धर्म ध्वजा 27 फरवरी को प्रातः 8 बजकर 20 मिनट पर मुहुर्त के अनुसार स्थापित की जाएगी।