जम्मू कश्मीर से भागकर एक नाबालिक योग नगरी ऋषिकेश पहुंची। दरअसल किशोरी अपने परिजनों की डांट सहन नहीं कर पाई और नाराज हो ट्रेन में बैठकर ऋषिकेश आ पहुंची। संदिग्ध परिस्थिति में किशोरी को देख पुलिस ने उसे अपने संरक्षण में ले लिया। बाद में परिजनों के आने पर पुलिस ने किशोरी को उनके सुपुर्द कर दिया।
पुलिस के मुताबिक ऋषिकेश पुलिस के चीता सिपाही रात्रि गश्त पर थे। जहां त्रिवेणी घाट पर गश्त के दौरान उन्हें एक किशोरी संदिग्ध परिस्थितियों में दिखाई पड़ी। पूछताछ में पता चला कि किशोरी जम्मू कश्मीर की रहने वाली है और किशोरी के साथ कोई परिजन भी नहीं थे। किशोरी संग किसी अनहोनी अथवा घटना की आशंका को देखते हुए पुलिसकर्मी उसे अपने साथ कोतवाली ले आए।
पूछताछ में किशोरी ने पुलिस को बताया कि वह परिजनों की डांट से नाराज होकर घर छोड़कर यहां चली आई। पुलिस ने किशोरी से जानकारी लेकर पुलिस ने उसके परिजनों को सूचित किया। गुरुवार को परिजनों के ऋषिकेश पहुंचने पर पुलिस ने किशोरी को सकुशल उनके सुपुर्द कर दिया। वहीं अपनी बेटी के सकुशल मिलने पर परिजनों ने पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए पुलिस की त्वरित कार्य शैली की प्रशंसा की।


