शनिवार सुबह शहर के हाथी नगर क्षेत्र के पास स्थित सिंचाई नहर में उत्तराखंड पुलिस के एक रिटायर्ड दरोगा का शव मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान 63 वर्षीय जगमोहन सिंह रावत के रूप में हुई है। जगमोहन सिंह रावत मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के निवासी थे। वे पिछले कुछ वर्षों से रामनगर की बिहार कॉलोनी चोरपानी में अपने परिवार के साथ रह रहे थे।
जगमोहन सिंह रावत उत्तराखंड पुलिस में उप निरीक्षक के पद से करीब तीन साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे। रावत ने अपनी सेवा के दौरान रामनगर कोतवाली में हेड मोहर्रिर के पद पर कार्य किया था। इसके बाद उन्हें पदोन्नति के बाद दरोगा बनाया गया। उन्होंने रामनगर सीओ कार्यालय में पेशकार के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं थी।
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने जब सिंचाई नहर में शव को देखा। जिसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त की। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस घटना की सूचना मिलते ही मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया है। फिलहाल मौत के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
सीओ रामनगर नितिन लोहनी ने बताया शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा यह स्पष्ट करना अभी जल्दबाजी होगी कि यह हादसा था या फिर इसके पीछे कोई साजिश है, लेकिन हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है।