हरिद्वार। आवाह्न अखाड़े में आचार्य पद पर होने जा रहे अरूण गिरि के पट्टाभिषेक से पूर्व ही समारोह विवादों में घिर गया है। जहां मोटी रकम लेकर आचार्य बनाने के अखाड़े के पदाधिकारियों पर आरोप लग चुके हैं। वही आचार्य बनने वाले अरूण गिरि की पृष्ठभूमि को आपराधिक बताया जा रहा है। इस सबंध में जूना अखाड़े के महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर अखाड़े के पदाधिकारियों व अरूण गिरि की सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही डीएम को भी पत्र भेजकर कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की है।
महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने आवाहन अखाड़े के सचिव सत्य गिरि महाराज से सवाल किया है कि जिस अरूण गिरि को वह आचार्य बनाने के लिए उतावले हैं, वह यह बताएं की अरूण गिरि के पास रहने वाली शकुंतला और शिवानी कहां हैं। आश्रम में साथ रहते हुए अचानक दोनों कहां गायब हो गईं। आज तक उनका पता क्यों नहीं चला। इसके साथ ही मिस पंजाब रह चुकी सुमन का यदि उन्हें पता हो तो वह भी बताएं। वह किस हालत में है तथा उसके साथ अरूण गिरि द्वारा क्या बर्ताव किया गया।
उन्होंने कहाकि अखाड़े के लोगों को कम से कम इस बात को बताना चाहिए की जिस आरटीओ के यहां अरूण गिरि रातें बीताते हैं उसके संबंध में जानकारी कम से कम संत समाज के समक्ष साझा करनी चाहिए। यह भी बताएं की डासना जेल में अरूण गिरि क्यों कैद रहे। उज्जैन में अरूण गिरि के साथ क्या हुआ था।
स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने बताया कि इस सबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में भी इन बातों का जिक्र किया है। उन्होंने कहाकि इन सब बातों के बाद कम से कम संत समाज को सनातन और परम्पराओं की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए।


