हरिद्वार। जिला खेल एकेडमी हरिद्वार के तत्वावधान एवं सैनी समाज परिवार के सहयोग से शिक्षक दिवस के मौके पर सैनी आश्रम में सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे समाज के मेधावी छात्र छात्राओं एवं प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में शिक्षाविद् डॉ रविन्द्र सैनी,पूर्व राज्यमंत्री वीरेंद्र सैनी,समाज सेवी डॉ विशाल गर्ग उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में उपस्थित खिलाड़ियों को शिक्षाविद् डॉ रविन्द्र सैनी ने प्रोत्साहित करते हुए जीवन की सफलता के कई मूलमंत्र दिए। उन्होंने कहा कि जैसे किसी किताब का कवर देखकर उसकी उपयोगिता व महत्त्व का पता नहीं लगाया जा सकता ठीक उसी प्रकार कोई बच्चा खेल जगत अथवा शिक्षा के क्षेत्र में कितना आगे निकल जाता है कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि किसी भी छात्र अथवा खिलाड़ी के जीवन में अनुशासन बेहद जरूरी है जिसके बिना किसी भी सफलता की कल्पना नहीं की जा सकती।

कार्यक्रम में समाजसेवी डॉ विशाल गर्ग ने मां को प्रथम गुरु की संज्ञा देते उपस्थित बच्चों को जीवन के श्रेष्ठ मूलमंत्र से प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है किन्तु उससे थक या हारकर नहीं बैठना बल्कि लगातार प्रयास करते हुए अपनी लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना है। उन्होंने उपस्थित खिलाड़ियों को किसी भी तरह की सहायता का आश्वासन भी दिया। आपको बता दें कि डॉ विशाल गर्ग समाज मेे अभी तक कई बच्चो को अपनी ओर से सहायता प्रदान कर चुके है और लगातार शिक्षा व खेल जगत से जुड़ी प्रतिभाओं को सपोर्ट करते आ रहे है।

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी मेधावी छात्र छात्राओं,खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ठ योगदान के लिए अतिथियों द्वारा प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित खिलाड़ियों में स्टेट लेवल टेनिस बॉल क्रिकेट लोग मेे बेहतर प्रदर्शन करने वाली हरिद्वार की अंडर 19 टीम के खिलाड़ी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में शिक्षाविद् डॉ रविन्द्र सैनी,पूर्व राज्यमंत्री वीरेंद्र सैनी,समाज सेवी डॉ विशाल गर्ग के अलावा पूर्व तहसील मजिस्ट्रेट शुशील सैनी,मास्टर गेम (उत्तराखंड) भारत भूषण,अध्यक्ष आदेश सैनी (सम्राट) उपाध्यक्ष डॉ धूम सिंह,कोच गुलाब सिंह,कोच मनोज मलिक, अध्यापिका डोली सैनी,आंचल के अलावा बड़ी संख्या में अतिथिगण उपस्थित रहे।