हरिद्वार। भारतीय संस्कृति में योग का महत्तवपूर्ण स्थान है। योग साधक को उसकी आत्मा से जोड़ता है। योग के द्वारा साधक अपनी मानसिक एवं शारीरिक शत्तिफयों को एकत्रित कर लेता है। योग का संबंध शरीर एवं मन दोनों से है। यह अध्यात्म से भी जुड़ा है।
उक्त विचार अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसायटी द्वारा गंगा किनारे आयोजित योगा शिविर में भागीदारी निभा रहे साधकों को संबोधित करते हुये सुरतगिरि बंगला गिरिशानंद आश्रम के परमाध्या महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज ने व्यक्त किए।
स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज ने कहा कि योग प्राचीन काल की वह विद्या है, जो आज भी अत्यधिक लोकप्रिय है तथा दिन प्रतिदिन इसकी लोकप्रियता में वृद्धि हो रही है। इसकी लोकप्रियता का प्रमाण है कि प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने एवं योग को वैश्विक पहचान देने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्ती भूमिका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विचार प्रथम बार 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान प्रस्तुत किया था।
स्वामी विश्वेश्वरानंद महाराज ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 अक्टूबर 2014 को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पांडुलिपि’ प्रस्ताव पर अनौपचारिक परामर्श किया। 11 दिसंबर 2014 को भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इसे विश्व के 177 सदस्य देशों से समर्थन प्राप्त हुआ। इसके पश्चात भारत के नेतृत्व में 21 जून 2015 को प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में 84 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। तब से प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।
योग शिविर में भागीदारी करते हुये स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसायटी डा. संजय शाह ने कहा कि योग, मन और शरीर की एकतात्मकता, विचार और कार्य, संयम और सम्घ्पूर्णता, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य, स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक है।
पत्पश्चात् स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसायटी द्वारा संचालित स्वामी रामप्रकाश चौरिटेबल हास्पिटल में मेडिकल डायरेक्टर डा. संजय शाह, चिकित्सालय निदेशक ले. कर्नल (डा. ) प्रवीन कुमार रेड्डी, डा. तिस्ता शाह, डा. सत्येन्द्र, डा. चौतन्य शाह सहित हास्पिटल के चिकित्सकों एवं स्टाफ ने योगाचार्य सुशील जोशी के कुशल निर्देशन में योग किया।


