हरिद्वार। गंगा की निर्मलता और अविरलता को लेकर मातृ सदन के स्वामी शिवानंद के शिष्य ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद का अनशन आज 18 वें दिन भी जारी रहा। जबकि जल का त्याग किए ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद को आज पांच दिन हो गए। तप के बाद से उनके वजन में गिरावट आई है। आत्मबोधानंद का मेडिकल परीक्षण करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक उनके वजन में 5 किलो की गिरावट आई है। मातृ सदन के प्रमुख स्वामी शिवानंद ने प्रदेश के नए मुख्यमंत्री से अनशन की सुध लेने के साथ ही उनकी मांगो को पूरा करने की अपील की है।
स्वामी शिवानंद ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी तप के ताप से ही गई है। उन्होंने कहाकि जिस राज्य में राजा से तपस्वी और मुनि दुखी रहते हैं वह राजा बिना आग के जलता है। उन्होंने कहाकि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने गंगा और मातृ सदन के अनशन की उपेक्षा की। यही कारण है कि आज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बिना आग के ही जल रहे हैं। स्वामी शिवानंद ने नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तीरथ सिंह रावत हरिद्वार आए, लेकिन गंगा के लिए अनशन कर रहे संत कि उन्होंने कोई सुध नहीं ली। उन्होंने कहाकि तीरथ सिंह रावत को गंगा भक्तों की सुध लेते हुए मांगों को पूरा करना चाहिए।