फिर बोतल से बाहर आया स्वामी रूदानंद हत्याकांड़

हत्या के मामले को पुनः खोलने और सीबीआई जांच मांग की उठी आवाज

स्वामी रूद्रानंद हत्या केस को रिओपन करने और सीबीआई की जांच की गुजरात के जूनागढ़ के पूर्व कॉरपोरेटर अनिल उड़ानी ने मांग की है। इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री राज्य के गृहमंत्री, मुख्यमंत्री और जूनागढ़ जिला के भाजपा अध्यक्ष को पत्र लिखकर लिखा है।


पत्र में उड़ानी ने इस विषय का उल्लेख किया है कि बिलखा के नजदीक चोरवादी गांव में आश्रम में वास्तविक रूप से साधु के रूप में महंत रूद्रानंद कि करीब तीन वर्ष पहले हत्या हुई थी। स्वामी रूद्रानंद धर्म और धर्म की आड़ किए जा रहे गडबडझाले का पर्दाफाश करने वाले थे, परंतु उसके पहले ही उनकी हत्या कर दी गई।


कहाकि स्वामी रूद्रानंद की हत्या एक बहुत ही बड़ी घटना थी। बाद में जो आरोपियों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया उनको कोर्ट के द्वारा दोष मुक्त करार दे दिया। कहा कि जब पकड़े गए आरोपी दोष मुक्त पए गए तो हत्या का आसली गुनहगार कौन है। इसका पता लगाया जाना चाहिए। वास्तविक आरोपी अभी तक पकड़े नहीं हैं। आरोपियों के पकड़े नहीं जाने से स्वामी रूद्रानंद की हत्या का केस रिओपन करके सीबीआई को साैंपा जाए।


पूर्व नगर सेवक अनिल उड़ानी ने कहाकि इस भवनाथ मेले में शिवरात्रि के अवसर पर साधु-संतों का एक प्रतिनिधिमंडल, शासन और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात करने सीबीआई जांच की मांग करेगा।
विदित हो कि स्वमी रूद्रानंद की निर्मम हत्या कर दी गई थी। उन्होंने जूनागढ़ और हरिद्वार के एक संत पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। हरिद्वार में पत्रकारों से वार्ता करने के बाद गुजरात पहंुचने के कुछ ही दिन बाद उनकी हत्या कर दी गई थी।

हवाला कांड बाहर लाने वाले थे रूद्रानंद
कहाकि चोरवादी के पास आश्रम के महंत रूद्रानंद एक सच्चे सनातनी संत थे और वास्तविक फक्कड़ जीवन जीते थे। स्वामी रूद्रानंद साधु के भेष में पाखंडी, ढोंगी, लुटेरे, शैतानों के कारनामों का खुलासा करने वाले थे। स्वामी रूद्रानंद बड़ेे हवाला कांड का पर्दाफाश करने वाले थे, परंतु इसके पहले ही उनकी हत्या कर दी गई। स्वामी रूद्रानंद की हत्या चर्चा का विषय बनी रही और अभी भी है। पकड़े गए तमाम आरोपी निर्दोष साबित हुए परंतु वास्तविक आरोपी अभी भी नहीं पकड़े गये, जो चिंता का विषय है।

आरोपी निर्दोष साबित हुए तो फिर आरोपी कौन
कहाकि 2 वर्ष पहले हत्या केस में पकड़े गए आरोपी निर्दोष छूट गए हैं तो फिर हत्यारा कौन है? उन्होंने कहाकि स्वामी रूद्रानंद हत्या केस को रिओपन किया जाए और सीबीआई को जांच सौंपी जाए, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो। कहाकि ऐसी संभावना है कि रुद्रानंद की हत्या के वास्तविक कारण बाहर लाने और परदे के पीछे रहकर के कार्यवाही करने वाले कौन है यह उच्चस्तरीय जांच में बाहर आने की संभावना है। कहाकि स्वामी रूद्रानंद के हत्यारों के पकड़े न जाने से साधु समाज में रोष और गुस्सा है।


कहाकि शिवरात्रि मेले के बाद साधु-संतों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात कर स्वामी रूद्रानंद की हत्या के पीछे का वास्तविक कारण बाहर लाने और वास्तविक आरोपी को पकड़ने के लिए और इस हत्या के पीछे किन-किन व्यक्तियों को फायदा हो रहा है उसका पता लगाकर दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग करेगा।

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