हरिद्वार। बैरागी कैंप स्थित बैरागी दिगंबर अखाड़े के रहस्मय तरीके से लापता हुए संत का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। संत की सूचना देने वाले को 51 हजार के ईनाम की भी घोषणा की है।
बता दें कि 10 दिसंबर से एक भागवत कथा का आयोजन होना था, जिसकी जिम्मेदारी दिगंबर अखाड़े से जुड़े 80 वर्षीय स्वामी पवित्र दास महाराज पर थी। बीते 5 दिसंबर को अखाड़े से ही कहीं जाने के लिए निकले संत संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए। संत अभी तक वापस नहीं लौटे हैं। जिसके बाद उनके शिष्यों ने कनखल थाने में संत की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद हरकत में आई पुलिस संत की तलाश में जुट गई है। इसके साथ ही उनकी कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। अभी तक लापता संत के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई है। स्वामी पवित्र दास 5 दिसंबर को किसी काम से कहकर अखाड़े में वापस 9 दिसंबर तक पहुंच जाने की बात कहकर गए थे, लेकिन स्वामी पवित्र दास ना ही वापस लौटे और ना ही उनसे किसी तरह का कोई संपर्क ही हो पाया। जिसके बाद अखाड़े की ओर से थाना कनखल में गुमशुदागी का मुकदमा दर्ज कराया गया।
नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। संत से जुड़े और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही लापता संत को खोज लिया जाएगा। उधर संत के शिष्यों ने लापता संत की सूचना देने वाले को 51 हजार का ईनाम देने की घोषणा की है। वहीं बताते चले कि तीर्थनगरी में संत के लापता होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कई संत लापता हो चुके हैं। जिनका आज तक कोई पता नहीं चल पाया। वहीं कई संतों की हत्या भी हो चुकी है।