राम मंदिर तथा केदारनाथ धाम पर कड़ी टिप्पणी करने वाले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद एक बार फिर सुर्खियों में आ गये हैं। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को डुप्लीकेट तथा फर्जी बाबा बताया गया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को पुलिस का भगोड़ा भी करार दिया गया है।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए ज्योतिर्मठ ट्रस्ट के स्वामी गोविंदानंद ने बड़े आरोप स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के ऊपर लगाएं। उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को झूठा, धोखेबाज और कांग्रेस का खिलौना बताया। स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने कहाकि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद कांग्रेस का खिलौना हैं और उनके पास इसके सबूत हैं। स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने कहा कि जब भी मैंने अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के खिलाफ सवाल उठाए, वह हमेशा बच जाते थे, लेकिन आखिरकार वह पकड़े गए। स्वामी गोविंदानंद सरस्वती बोले कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की ज्योतिष पीठ (उत्तराखंड) के नए शंकराचार्य के रूप में ताजपोशी को अक्टूबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी।
बाद में अविमुक्तेश्वरानंद ने कोर्ट को प्रियंका गांधी का पत्र देते हुए तर्क दिया गया था कि कांग्रेस ने उन्हें शंकराचार्य के रूप में स्वीकार किया, इसलिए उन्हें कानूनी अधिकार भी दिया जाना चाहिए। स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने कांग्रेस के लेटरहेड पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को लिखे प्रियंका गांधी के पत्र को दिखाते हुए पूछा कि उन्होंने अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य कैसे संबोधित किया है? गोविंदानंद सरस्वती ने कांग्रेस और प्रियंका गांधी की ओर से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य घोषित करने की क्षमता पर भी सवाल उठाया।
स्वामी गोविंदानंद सरस्वती के अनुसार, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोला कि हर कोई उन्हें शंकराचार्य के रूप में मान्यता देता है। वह अपराधी और धोखेबाज हैं। स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने कहा है कि यह फर्जी तथा डुप्लीकेट बाबा है। जो शंकराचार्य तो क्या साधु-संत कहलाने के लायक भी नहीं है।