सनातन संस्कृति को बदनाम कर रहा है किन्नर अखाड़ा
प्रयागराज। शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि किन्नर अखाड़ा पर अंकुश लगाना जरूरी है। यह अखाड़ा सनातन संस्कृति को बदनाम कर रहा है। ये सभी किन्नर पुरुष हैं और अपराधों में लिप्त हैं। यहां से निकलते ही कुछ अराजक कार्यों में लिप्त हो जाते हैं और कुछ हज यात्रा पर निकल जाते है। महाकुंभ प्रशासन को चाहिए कि इन पर अंकुश लगाये। शांभवी पीठाधीश्वर कुंभनगर के सेक्टर 9 स्थित काली सेना शिविर में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि ये लोग तथाकथित किन्नर हैं। ये लोग असली किन्नरों का हक मार रहे हैं। ये लोग यहां सिर्फ धन के लोभ में आते हैं। असली किन्नर तो बाहर निकलते ही नहीं हैं। वे धैर्य से रहते हैं। इन दिनों किन्नर अखाड़े में अराजकता का माहौल है। ये लोग सनातन संस्कृति पर हमला कर रहे हैं। इस महाकुंभ में किन्नरों पर कार्रवाई होनी चाहिए। मेला प्रशासन को चाहिए कि अगले कुंभ में इन लोगों को प्रवेश न दें।
शांभवी पीठाधीश्वर ने कहा कि अखाड़ा परिषद तो एक आदमी के हाथों की कठपुतली बना हुआ है। इस महाकुंभ मेले में तो यह बेमानी हो गया है। इसका इस मेले में कोई अस्तित्व ही नहीं दिख रहा है। इस बार न तो अखाड़ा परिषद की चली और न ही अखाड़ों की। अच्छी बात यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखाड़ों की भूमिका को सीमित कर दिया है। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद से अब किसी को कोई आशा नहीं है। प्रशासन को चाहिए कि वह किन्नरों से सख्ती से पेश आये ताकि अराजकता का माहौल समाप्त हो।