हरिद्वार। कनखल दक्ष रोड स्थित ब्रह्म बिहार कालोनी मेें रहने वाले स्वामी अभयानन्द गिरि की मौत पर जूना अखाड़े के सन्यासी स्वामी महेश्वरानन्द सरस्वती ने संदेह जताते हुए पुलिस प्रशासन से जांच की मांग की है। उन्होंने कनखल पुलिस को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ उनकी हत्या के सम्बन्ध में रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
कनखल पुलिस को दिए शिकायती पत्र में उन्होंने बताया कि बीते 6 फरवरी को अभयानन्द गिरी उनको बंगाली मोड पर मिले थे। बातचीत में उन्होंने बताया कि कुछ लोग उनकी सम्पत्ति हडपने के चम्कर में हैं, जो उनके साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना कर सकते हैं। इसके बाद 13 फरवरी को उनको अचानक सूचना मिली कि स्वामी अभयानन्द गिरि की मौत हो गयी है। पुलिस ने लाश को सरकारी अस्पताल मंे रखा है और अभयानन्द गिरी के परिवार के लोगों का इन्तजार हो रहा है।
स्वामी महेश्वरानन्द सरस्वती ने बताया कि जब उन्होंने स्वामी अभयानन्द की मृत शरीर को देखा तो स्वामी जी के चेहरे पर, नाक पर चोटांे के निशान थे और खून जमा हुआ था। जिससे यह संदेह होता है कि स्वामी अभयानन्द की किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि दो दिनों तक आश्रम का गेट न खुलने पर आसपास के लोग आश्रम में किसी प्रकार घुसे, जहां स्वामी अभयानंद गिरि मृत अवस्था में पड़े हुए थे। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी। दो दिनों तक शव को मोर्चरी में रखने के बाद उनके परिजनों के यहां पहुंचने पर उनका बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। इसके साथ ही उन्होंने हत्या की आशंका जताते हुए कनखल पुलिस को मामले की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दिया। जिसकों पुलिस ने लेने से इंकार कर दिया। जिसके बाद उन्होंने रजिस्टर्ड पत्र से पुलिस को पत्र भेजकर स्वामी अभयानन्द गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच की मांग की है।

स्वामी अभयानन्द गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, हत्या की आशंका, जांच की मांग


