स्वामी कैवल्यानंद सरस्वती महाराज की पुण्यतिथि पर गीता गायन प्रतियोगिता का आयोजन
हरिद्वार। श्री सूरत गिरि बंगला गिरिशानंदाश्रम में यशस्वी कोठारी ब्रह्मलीन स्वामी कैवल्यानंद सरस्वती महाराज की 27वीं पुण्यतिथि श्रद्धाभाव के साथ मनाई गई। तीन दिवसीय पुण्यतिथि समारोह में श्रीमद्भगवत गीता प्रतियोगिता, संुदरकांड़ पाठ, हवन-यज्ञ व श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन हुआ।

आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज अनुकम्पा व कोठारी उमानंद गिरि महाराज के निर्देशन में कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। 26 से 28 दिसम्बर तक श्रीमद्भागवत गीता गायन प्रतियोगिता का चार वर्गों में आयोजन किया गया। जबकि ब्रह्मलीन कोठारी स्वामी कैवल्यानंद सरस्वती महाराज की पुण्यतिथि के निमित्त 26 दिसम्बर को अजय याग्निक द्वारा संगीतमय सुंदरकांड़ पाठ का आयोजन किया गया। 28 दिसम्बर को रूद्राभिषेक, स्वामी कैवल्यानंद सरस्वती महाराज के विग्रह का पूजन-अर्चन तथा विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया।

इस दौरान श्रीमद्भागवत गीता गायन प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किए गए। चार वर्गों में आयोजित प्रतियोगिता में चारों वर्गों के प्रथम विजेता को एक-एक साइकिल, द्वितीय स्थान पर रहे चारों वर्गों के प्रतिभागियों को 21 सौ रुपये नगद व तृतीय स्थान पाने वाले को 1000 रुपये नगद प्रदान किए गए। प्रतियोगिता के 75 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया था। प्रतियोगिता में शामिल अन्य सभी विद्यार्थियों को 500 रुपये नगद व शिक्षण सामग्री उपलब्ध करायी गई।
पुरस्कार वितरण डा. संजय शाह द्वारा किया गया। इस दौरान अपने संबोधन में डा. संजय शाह ने सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं एंव स्वामी कैवल्यानंद सरस्वती महाराज को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए श्रीमद् भागवत गीता गायन प्रतियोगिता का आयोजन करने के लिए आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहाकि संस्कृत सनातन संस्कृति का प्राण है। जब तक संस्कृत है सनातन संस्कृति अक्षुण्ण रहेगी। उन्होंने गीता को भगवान का शब्दात्मक रूप बताते हुए उसके ज्ञान को जीवन में उतारने का सभी से आह्वान किया। कार्यक्रम के मुख्य यजमान संजय गौरी मेहरा ने सभी का आभार जताया।
इस अवसर पर कोठारी उमानंद गिरि, स्वामी कमलानंद गिरि, स्वामी प्रदीप गिरि, स्वामी विश्वस्वरूपानंद गिरि, स्वामी बृजवल्लभ, सुधीर शुक्ला, दीपक, आचार्य शिवपूजन, आचार्य अमित, आचार्य राहुल, पूर्व मेयर अनीता शर्मा व आश्रमस्थ संत, आचार्य, विद्यार्थी व वेदपाठी ब्रह्मण व भक्तजन आदि मौजूद रहे।