व्यापारियों ने काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ जताया विरोध
हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में पर्यटन से जुड़े व्यापारियों ने टैक्सी स्टैंड पर एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ काली पट्टी बांधकर रोष जताया। सुनील सेठी ने कहा कि सरकार चार धाम यात्रा पर कोर्ट में समय रहते अपना पक्ष नहीं रख पाई। न ही मजबूत पैरवी करते हुए सरकार ने चार धाम यात्रा होने पर दिलचस्पी दिखाई। अगर सरकार कोर्ट में सही शपथ पत्र देती तो निश्चित ही यात्रा शुरू हो चुकी होती, लेकिन सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण पर्यटन से जुड़ा व्यापारी भुखमरी की कगार पर खड़ा है। सरकार व्यपारियों को भ्रमित कर कोर्ट का हवाला दे रही है, जबकि सरकार की अधूरी तैयारियों के अधूरे शपथ पत्र की वजह से यात्रा पर संकट आया। जिसके खामियाजे के रूप में सरकार को पर्यटन से जुड़े हर व्यापारी को राहत पैकेज देना चाहिए। टैक्सी यूनियन अध्यक्ष नाथीराम सैनी, पूर्व प्रधान धर्मपाल शर्मा एवं महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चैरसिया ने कहा कि चार धाम यात्रा के साथ-साथ कावड़ यात्रा पर भी सरकार रोक लगाने की तैयारी कर रही है, जबकि व्यवस्थाएं बनाकर कावड़ यात्रा होनी चाहिए। करोड़ांे लोगों की आस्था से जुड़ी यात्राओं पर उत्तराखण्ड में पाबांदी लगाकर सरकार अपनी मानसिकता दर्शा रही ह।ै कावड़ यात्रा से हरिद्वार का हर छोटे से छोटा लघु व्यापारी पूरे वर्ष का बजट कमा लेता है, जिस पर आश्रित व्यापारी पिछले वर्ष से टूटा हुआ है। इस बार भी अगर यात्रा नहीं हुई तो वो भूखा मर जायेगा। उन्होंने कहाकि जब सरकार कोई मदद नहीं दे सकती तो उसे कुछ कमाने के साधन पर भी रोक लगाने का अधिकार नहीं है। सरकार को कोर्ट में मजबूत पैरवी करते हुए पूरे शपथ पत्र दाखिल कर इन दोनों यात्राओं को खोलने की मांग रखनी चाहिए, अन्यथा सरकार ये समझ ले कि उनकी कार्यशैली से व्यापारी बर्बाद हो रहा है, जिसका जवाब 2022 में व्यापारी जरूर देगा। विरोध जताने वालों में मुख्य रूप से सुनील मनोचा, जोनी मालवा,विनोद कुमार, प्रेम शंकर, दीपक कुमार, अशोक गोस्वामी, कैलाशचंद, मनोज शर्मा, मुकेश कुच्छल, पंकज माटा ,राकेश कुमार, हन्नी दामिर, आशु चैधरी उपस्तिथ रहे।

चार धाम व कावड़ यात्रा व्यापार के लिए बेहद जरूरीः सुनील


