हरिद्वार। चुनाव अंतिम चरण में पहुंच चुका है। आज शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा। ऐसे में प्रत्याशी जी जान से प्रचार में जुटे हैं। प्रत्येक प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहा है। परन्तु जीत किसका वरण करेगी यह मतगणना के साथ 10 मार्च को स्पष्ट हो जाएगा।
बात यदि हरिद्वार सीट की करें तो इस बार दोनों प्रमुख दलों में भीतरघात सबसे अधिक है। जहां कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी के अपने ही उनसे दूरी बनाए हुए हैं वहीं भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक के साथ रहकर उनकी ही पार्टी के लोग उन्हें नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं। मजेदार बात यह है कि कांग्रेस प्रत्याशी का अंदरखाने वह लोग विरोध कर रहे हैं जिनका अपना कोई जनाधार नहीं है। प्रत्येक चुनाव में उनका काम अपनी पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ काम करने का रहा है। वहीं ऐसे भीतरघातियों की स्थिति ऐसी है की यह स्वंय पार्षद तक का चुनाव जीतने में असमर्थ हैं। ऐसे में सतपाल को भीतरघातियों से अधिक नुकसान होने की संभावना कम दिखायी देती है। वहीं भाजपा में स्थिति अलग है। भाजपा में पकड़ रखने वाले नेता अपने प्रत्याशी के खिलाफ काम करने में लगे हुए हैं। इनमें कई पार्षद तक बताए गए हैं। वहीं एक संगठन विशेष के लोगों का भी मदन से मोह भंग होता दिखायी दे रहा है। हालांकि वह विरोध में नहीं हैं, किन्तु वोट भाजपा को देंगे, इसमें संशय बरकरार है। ऐसी स्थिति में भाजपा को अपना गढ़ बचाए रखने की सबसे बड़ी चुनौती है। आम जनता को रूख भी इस बार विपरीत दिशा में जाता दिखायी दे रहा है। ऐसी स्थिति में चुनाव रोचक हो चला है। अब देखना यह होगा की कौन से दल के भीरतघाती अपने प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाने में कामयाब हो पाते हैं। जिसका पता 10 मार्च को लग जाएगा।

भाजपाई ही कर रहे मदन के खिलाफ काम, कांग्रेसी भी सतपाल की जड़ों में मट्ठा देने से पीछे नहीं


