हरिद्वार। इस बार दीपावली के अगले दिन खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा। छाटी व बड़ी दीपावली एक ही दिन यानि 24 अक्टूबर को मनायी जाएगी। 25 अक्टूबर को लगने वाला ग्रहण दोपहर 04.29 बजे शुरू होकर शाम 05.42 बजे खत्म होगा। भारत के अलावा, सूर्य ग्रहण यूरोप, पूर्वोत्तर अफ्रीका, दक्षिण पश्चिम एशिया और अटलांटिक में दिखाई देगा।
ज्योतिषाचार्य पं. डा. प्रदीप जोशी के मुताबिक भारतीय समय के अनुसार खंडग्रास सूर्य ग्रहण का स्पर्श दिन के 04.29 बजे और मोक्ष 05.42 पर होगा। ग्रहण की कुल अवधि 40 मिनट है। देश के अलग-अलग स्थानों पर इसके स्पर्श का समय अलग-अलग होगा व मोक्ष भी सूर्यास्त के स्थानीय समय के अनुसार होगा। दिल्ली सूर्योदय के समय अनुसार ग्रहण के स्पर्श का समय सायं 04. 29 तथा मोक्ष का समय 05. 42 बजे का है। ग्रहण के आठ घंटे पहले सामान्य सूतक तथा चार घंटे पहले पूर्ण सूतक लग जाता है। यानि ग्रहण का सामान्य सूतक प्रातः 8 बजकर 29 मिनट पर लगेगा।
सूर्य ग्रहण पर सूतक लगने के बाद कुछ भी खाना, पीना, पढ़ना, पढ़ाना, सोना आदि वर्जित है। घर के मंदिर का पट भी बंद रखने का विधान है। ग्रहण काल के दौरान दान आदि कर्म करना श्रेयस्कर बताया गया है।
ज्योतिषाचार्य पं. डा. प्रदीप जोशी के अनुसार सूर्य ग्रहण तुला राशि में लगने जा रहा है। इसलिए तुला और मीन राशि वालों को यह ग्रहण बिल्कुल नहीं देखना चाहिये। इस राशि के जातकों को ग्रहण काल के दौरान विशेष सावधान रहने की जरूरत है। ग्रहण काल के दौरान इनके ग्रहण का दर्शन नहीं करना चाहिए।
इसके साथ ही ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को न तो सोना चाहिए न ही किसी वस्तु को काटना या सिलना चाहिए। सूर्य ग्रहण पर सूतक से लेकर मोक्ष तक भजन, कीर्तन, रामायण पाठ या नाम जप आदि अवश्य ही करना श्रेयस्कर होता है। ग्रहण लगने पर घर में रखी खाने पीने की वस्तु में तुलसी पत्र या कुश डाल दें। मोक्ष के बाद घर में बने मन्दिर की सफाई करें, मूर्तियों, देवी देवता के चित्रों को स्नान कराएं।
किस राशि पर क्या होगा ग्रहण का प्रभाव
मेष राशि वाले जातकों को स्त्री कष्ट, बृष राशि वाले जातकों को सुख, मिथुन राशि वाले जातकों को चिन्ता, कर्क राशि वाले जातकों को व्यथा, सिंह राशि वाले जातकों को लक्ष्मी प्राप्ति, कन्या राशि वाले जातकों को क्षति, तुला राशि वाले जातकों को घात, वृश्चिक राशि वाले जातकों को हानि, धनु राशि वाले जातकों को लाभ, मकर राशि वाले जातकों को सुख की प्राप्ति, कुम्भ राशि वाले जातकों को मान नाश व मीन राशि वाले जातकों को अति कष्ट का योग है।


