पुलिस से बचने के लिए नशा तस्कर ने एंबुलेंस में महिला को मरीज बनाकर शराब की तस्करी कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 20 पेटी अवैध देशी शराब के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने शराब तस्करी के इस मामले का खुसाला किया। उन्होंने बताया कि जिले के सभी थाना क्षेत्रों में अवैध मादक पदार्थों और शराब की तस्करी के खिलाफ पुलिस की तरफ से अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए रात में सभी वाहनों की बैरियर लगाकर चेकिंग की जा रही है। ऐसे में नशा तस्करों को ज्यादा मौका नहीं मिल पा रहा है। हालांकि पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए तस्कर भी नए-नए तरीके अपना रहे है। ऐसे ही एक तरीके का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है।
देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर के मुताबिक 30 मार्च देर रात को रानीपोखरी थाने के गेट के सामने पुलिस बैरियर लगाकर चेकिंग कर रही थी, तभी देहरादून की तरफ से तेजी से एक एंबुलेंस लगातार सायरन बजाकर आ रही थी, जबकि रात के समय में पूरी रोड खाली थी। पुलिस को मामला कुछ संदिग्ध लगा। इसीलिए पुलिस ने एंबुलेंस को रोका लिया।
पुलिस ने जब एंबुलेंस में देखा तो उसमें एक महिला लेटी हुई थी और ड्राइवर के अलावा दो अन्य व्यक्ति भी मौजूद थे। पुलिस ने जब ड्राइवर से बिना वजह सायरन बजाने का कारण पूछा तो वो एक दम से घबरा गया। इसके बाद पुलिस का शक और गहरा हो गया। पुलिस ने एंबुलेंस को चेक किया तो उसमें गत्ते की पेटियां भरी थी, जिसके ऊपर महिला को लिटाया गया था। पुलिस ने पेटियों को खोलकर देखा तो उसमें अवैध देसी शराब के कुल 20 पेटियां यानी 960 पव्वे बरामद हुए।
पुलिस ने महिला रवीना भटनागर, एंबुलेंस चालक अभिषेक और दो अन्य लोग सनी व प्रिंस को गिरफ्तार किया। एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि आरोपी देहरादून से अवैध शराब लाकर ऋषिकेश बेचने के लिए ले जा रहे थे। अभियुक्ता रवीना भटनागर के खिलाफ पहले भी कोतवाली ऋषिकेश और थाना रानीपोखरी में शराब और मादक पदार्थों की तस्करी के मुकदमें पंजीकृत है।