नशे के खिलाफ अभियान के तहत उत्तरकाशी पुलिस को कामयाबी मिली है। पुलिस और एसओजी की सयुंक्त टीम ने बीती शनिवार शाम को देविधार के समीप मोटरसाइकिल पर दो युवकों को 200 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। स्मैक की कीमत 25 से 30 लाख रुपए बताई जा रही है।
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने अपने मास्टरमाइंड का नाम भी बता दिया है, जो रुड़की से इस गैंग को संचालित करता है। पुलिस ने टीम बनाकर मुख्य अभियुक्त के खिलाफ दबिश शुरू कर दी है। बता दें कि जनपद पुलिस की स्मैक के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई है। जिससे खुश होकर डीआईजी ने पुलिस और एसओजी टीम को 5 हजार और एसपी ने 25 सौ नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। उत्तरकाशी एसपी प्रदीप कुमार रॉय ने बताया कि शनिवार देर शाम थाना कोतवाली पुलिस टीम, प्रभारी एसओजी और डुंडा चौकी प्रभारी के नेतृत्व में देविधार डुंडा के समीप चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों को रोककर उनकी तलाशी ली गई। मोटरसाइकिल सवार अमन कुमार (27 वर्ष) पुत्र रामेश्वर, निवासी झापुर, जिला करनाल, हरियाणा और नियाज (23 वर्ष) पुत्र लियाकत, निवासी सिविल लाइन, रुड़की के पास से 200 ग्राम स्मैक बरामद हुआ। जिसे दोनों हरिद्वार से उत्तरकाशी तस्करी के लिए ला रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह स्मैक वह सिविल लाइन रुड़की निवासी युधिष्ठर से लेकर आ रहे थे, जो एक हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ करीब 39 मुकदमे दर्ज हैं।
एसपी ने बताया कि यह जनपद पुलिस की स्मैक के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई है। साथ ही कहा कि इस गैंग के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही नशे से जोड़ी गई संपत्ति को भी समाप्त करने का प्रयास किया जाएगा।