वात्सल्य वाटिका का रजत जंयतर समारोह सम्पन्न
हरिद्वार। विश्व हिन्दू परिषद के सेवा प्रकल्प वात्सल्य वाटिका के रजत जयंती समारोह के दूसरे दिन भव्य समारोह आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे, साध्वी ऋतंबरा, पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने संयुक्त रूप से किया।
समारोह में मिलिंद परांडे ने कहा कि समाज के उत्थान का कार्य करना सर्वोत्तम कार्य हैं, क्योंकि समाज के उत्थान से देश का उत्थान होगा और भारत विश्व गुरु बनेगा। विश्व हिन्दू परिषद ने भी सम्पूर्ण समाज के उत्थान का संकल्प लिया हैं, जिसकी पूर्ति के लिए आज देशभर में 5000 हजार से अधिक सेवा कार्य चल रहें हैं। वर्तमान समय में सेवा लेने से अधिक सेवा देने का मन होना चाहिए और प्रयास कर बनना भी चाहिए। भारत को 1000 वर्ष की राजनैतिक गुलामी भुगतनी पड़ी जिस कारण आम जनमानस में राष्ट्रीय चरित्र का अभाव सा प्रतीत होता हैं। कहाकि व्यक्ति का चरित्र राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत होना चाहिए। देश, धर्म और समाज के प्रति कुछ कर गुजरने का भाव प्रत्येक व्यक्ति के अंदर समाहित होना चाहिए।
साध्वी ऋतम्बरा ने वात्सल्य वाटिका को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सेवा संकल्प की साधना का वात्सल्य वृक्ष आज फलित हो गया है। यहां से रोजगार उन्मुख पालन पोषण सिंचित चरित्रवान नवयुवक आज समाज की सेवा के माध्यम से नेतृत्व करने को निकल रहें हैं। उन्होंने हिंदुत्व के पुरोधा और हिन्दू संगठन के पैरोकार अशोक सिंघल को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश के समस्त संतों के साथ हिन्दू समाज को एक मंच पर एकत्र कर श्रीराम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था। अशोक सिंघल की प्रेरणा से ही विश्व हिन्दू परिषद का सेवा प्रकल्प वात्सल्य वाटिका की स्थापना हुई थी। आज 500 वर्षों की संघर्ष और बलिदान की हिन्दू समाज की साधना श्रीराम मंदिर के रुप में फलीभूत होने जा रही हैं।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि वात्सल्य वाटिका जैसे सेवा प्रकल्प समाज की सहयोगी चरित्र का वास्तविक दर्शन हैं। उन्होंने अशोक सिंघल के विराट व्यक्तित्व, समाज के लिए सेवा भाव, समर्पण, धर्म परायणता का दर्शन वात्सल्य वाटिका में दर्शित होता हैं। व्यक्ति को अपनी संतान को संपत्ति नहीं संस्कार देने चाहिए। आज धर्म के नाम पर भारतीय संस्कृति को दबाने और कुचलने के षडयंत्र नहीं चलने वाले हैं।
रजत जयंती समारोह के अवसर पर महामंडलेश्वर सुरेंद्रानंद महाराज, स्वामी ललितानंद गिरी महाराज, साध्वी सत्यप्रिया, विश्व हिन्दू परिषद सेवा विभाग संयुक्त क्षेत्र संगठन मंत्री राधेश्याम तिवारी, क्षेत्र संगठन मंत्री सोहन सिंह सोलंकी, प्रान्त संगठन मंत्री अजय आर्य, प्रान्त अध्यक्ष विहिप रविदेव आनंद, साध्वी मैत्रेई गिरी महाराज, सुदर्शन अग्रवाल, राजेश कुमार, यू.सी.जैन, विधायक आदेश चौहान, सुशील चौहान, संजीव गुप्ता, नवीन मोहन, भारत गगन अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।