सदर एसडीएम अनिल चन्याल संदेहास्पद परिस्थितियों में लापता हो गए थे। वो सरकारी गाड़ी और मोबाइल भी घर पर छोड़ गए। 44 घंटे पहले तक उनका निजी नंबर बंद आ रहा था। सूचना पाकर कमिश्नर कुमाऊं दीपक रावत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी और एसपी चंपावत देवेंद्र पिंचा से फोन पर भी बात की थी। एसडीएम सदर अनिल चन्याल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करते हुए पुलिस उनकी तलाश में जुट हुई है। आखिरकार आज 44 घंटे बाद चंपावत सदर एसडीएम अनिल चन्याल ने डीएम चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी से फोन पर बात की तो प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
सोमवार सुबह जब स्टाफ ड्यूटी पर जाने से पहले एसडीएम सदर को लेने घर पहुंचे तो अनिल चन्याल सरकारी आवास पर मौजूद नहीं थे। बीते दो दिनों से वो अवकाश पर थे। उनके रसोइए ने पुलिस को सूचित किया। रसोइए ने पुलिस को बताया कि अनिल चन्याल अपना एक नोट छोड़कर गए हैं, जिसमें लिखा है कि उनके सरकारी फोन को आपदा प्रबंधन विभाग को दे दिया जाए क्योंकि ये उनकी प्रॉपर्टी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर कुमाऊं दीपक रावत ने डीएम चंपावत को सर्विलांस की मदद लेने एवं सीसीटीवी कैमरों को चेक करने के निर्देश दिए। सदर एसडीएम अनिल चन्याल की लोकेशन हिमाचल प्रदेश के शिमला में मिली है। एसडीएम को आखिरी बार चंपावत के डिप्टेश्वर महादेव मंदिर में देखा गया था। इसके बाद से उनको किसी ने नहीं देखा था। डिप्टेश्वर मंदिर गौड़ी मोटर मार्ग पर स्थित है।