हरिद्वार। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद कैप्टन सतीश शर्मा की अस्थियों को आज हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर पूरे विधि-विधान के साथ उनके परिजनों ने गंगा में विसर्जित किया। तीर्थ पुरोहित पवन पाराशर द्वारा गंगा में अस्थि विसर्जन कार्य संपन्न कराया गया। सतीश शर्मा का 17 फरवरी को गोवा में निधन हो गया था।
कैप्टन सतीश शर्मा गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाते थे। शर्मा की राजनीति में एंट्री भी पूर्व पीएम राजीव गांधी द्वारा ही कराई गई थी। पहले वह एक एयरलाइंस कंपनी में पायलट के तौर पर काम करते थे। सतीश शर्मा को पहली बार 1986 में राज्यसभा जाने का मौका मिला था। यही नहीं, राजीव गांधी की मौत के बाद अमेठी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उन्हें जीत मिली थी। कैप्टन सतीश शर्मा 1993 से 1996 में नरसिम्हा राव सरकार में पेट्रोलियम मंत्री भी थे।
कैप्टन सतीश शर्मा के बेटे समीर का कहना है कि वो मां गंगा से प्रार्थना करते हैं उनके पिता की आत्मा को शांति मिले। उनके पिता देश और परिवार की सुख शांति चाहते थे। समीर अपनी बहन, पत्नी और भाई के साथ हरिद्वार पहुंचे थे। समीर ने कहा कि वो हमेशा उनकी इच्छा को पूरा करते रहेंगे और लोगों के लिए कार्य करेंगे। इस अवसर पर कई कंग्रेस नेता मौजूद रहे।