हरिद्वार। मंशा देवी मंदिर में चढ़ाए गए दान की किस कदर लूट मची हुई है, इसकी बानगी यहां कर्मचारियों के ठाट-बाठ में देखी जा सकती है। मात्र छह हजार रुपये प्रतिमाह वेतन पाने वाले के पास भी शस्त्र लाईसेंस हैं और करोड़ों की सम्पत्ति का वह स्वामी है।
मंशा देवी मंदिर में आने वाले दान की लूट के संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता वासू सिंह ने हरिद्वार डीएम व एसएसपी को पत्र भेजकर मामले की जांच करने और शस्त्र लाईसेंस निरस्त करने की मांग की है।
बता दें कि मंदिर के पुजारी महेश दूबे पूर्व में मंशा देवी रोपवे में हेल्पर के पद पर कार्यरत थे। आज वही व्यक्ति मंदिर का मुख्य पुजारी का कार्य कर रहा है।
वासू सिंह ने पत्र में कहाकि छह हजार रुपये कमाने वाले को आखिर शस्त्र लाईसेंस की क्या जरूरत पड़ी। कहाकि छह हजार में घर खर्च चलाना मुश्किल है, ऐसे में शस्त्र लाईसेंस क्यों लिया गया। उन्होंने कहाकि जो शस्त्र महेश दूबे के पास है वह बहुत महंगा है। ऐसे में छह हजार रुपये कमाने वाले के पास इतना मंहगा शस्त्र कहां से आया और साथ ही करोड़ों की सम्पत्ति छह हजार के वेतन में कैसे इकट्ठा कर ली।
उन्होंने कहाकि मंशा देवी से जुड़े कर्मचारियों की सम्पत्ति की जांच की जानी चाहिए। साथ ही शस्त्र लाईसेंस को निरस्त किया जाना चाहिए। कारण की राजाजी नेशनल पार्क में किसी भी प्रकार के शस्त्र ले जाने की मनाही है, बावजूद इसके शस्त्र लेकर राजाजी पार्क में प्रतिदिन आवागमन किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि कर्मचारियों ने मंशा देवी मंदिर में आने वाले दान की धनराशि को गबन करने का कार्य किया है। जिसकी भी जांच की जानी चाहिए।