हरिद्वार। इस्लामिक जिहादियों द्वारा शिवशक्ति धाम के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी की हत्या की लगातार कोशिशों के बावजूद सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा की अनदेखी करने से सन्यासियों में आक्रोश है। यति सन्यासियों ने अपने गुरु के सम्मान और सुरक्षा के लिये हर संघर्ष के लिये कमर कस ली है। उन्होंने इसके लिये एक लाख हस्ताक्षर करवाकर एक जनहित याचिका प्रयागराज उच्च न्यायालय में डालने का निर्णय लिया है। इस हस्ताक्षर अभियान का आरम्भ हरिद्वार से किया जाएगा, जहां यति सन्यासियों का एक समूह यति रामस्वरूपानंद महाराज के नेतृत्व में हरिद्वार के प्रत्येक आश्रम में जायेगा और सभी सन्तांे से जनहित याचिका पर हस्ताक्षर करने का अनुरोध करेंगे।
अपने अभियान के विषय में विस्तृत जानकारी देने के लिये आज प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए यति रामस्वरूपानंद महाराज ने कहा कि उनके गुरु महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने अपना पूरा जीवन सम्पूर्ण विश्व को इस्लामिक जिहाद की सच्चाई और खतरे से अवगत कराने में लगाया है। इसी कारण आज सम्पूर्ण दुनिया के इस्लामिक जिहादी उनका कत्ल करना चाहते हैं। आज स्थिति यह है कि पूरे देश मे कही भी कोई इस्लामिक जिहादी पकड़ा जाता है तो वह यह जरूर बताता है कि उसका लक्ष्य महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज की हत्या करना है। यहां तक कि प्रयागराज में बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा की नृशंस तरीके से हत्या करने वाले लारेब हाशमी ने भी खुलकर डासना वाले महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज की हत्या का आह्वान किया है। कहाकि आज सारी दुनिया इस बात को समझ ले कि महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज मृत्यु सम्पूर्ण विश्व और मानवता के भविष्य को तय करेगी।
यति सत्यदेवानंद महाराज ने कहा कि सन्त समाज का नैतिक दायित्व है कि वह महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को कमलेश तिवारी ना बनने दे। अगर इस्लाम के जिहादी महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी की हत्या करने में सफल हो गए तो उनका हौसला इतना बढ़ जाएगा कि फिर भारतवर्ष में कोई सुरक्षित नहीं रहेगा। आज सनातन को बचाने के लिये सनातन की सबसे मजबूत आवाज को बचाना सन्त समाज की जिम्मेदारी है।
बताया कि वो 5 दिसम्बर से हरिद्वार की 7 दिवसीय पदयात्रा आरम्भ करेंग,े जहा वो एक एक आश्रम में जाकर सन्त समाज को इस सारे मामले की जानकारी देकर उनसे समर्थन मांगेंगे। इस अवसर पर यति नित्यानंद गिरी महाराज, यति रणसिंघानंद गिरी महाराज,यति निर्भयानंद गिरी महाराज, पंडित कृष्ण वल्लभ भारद्वाज, अंकुर जावला, भैरव सेना संगठन से उदित भारतद्वाज, मोहित चौहान तथा अन्य भक्तगण उपस्थित थे।


