योगमय हो जीवन का प्रत्येक क्षेत्रः रवीश

हरिद्वार। श्री नंगली बेला आश्रम, भूपतवाला में भारतीय रेडक्रास समिति हरियाणा, चण्डीगढ़ द्वारा राज्य स्तरीय जूनियर प्रशिक्षण शिविर के तीसरे दिन की शुरुआत प्रार्थना व ध्वाजारोहण के साथ हुई। जिसमें हरियाणा के 22 जिलों के लगभग 218 जूनियर्स व 42 अध्यापिकाऐं भाग लें रही हैं।

कैथल से आये रिसोर्स पर्सन सुबे सिंह व श्रीमति अमर रवीश ने प्रतिभागियों को योगा के महत्व के बारे बताते हुये कहा कि योग कर्मसु कौशलम् जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमें योगमयी होना चाहिए। उन्होनंे प्रतिभागियों को प्राणायाम, कपालभाति, भस्त्रिका आदि का महत्व बताते हुये अभ्यास करवाया।
शिविर निदेशक, रामाशीष मण्डल ने जूनियर रेडक्रास के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रेडक्रास शाखा के उस भाग को जो स्कूलों मे काम करता है उसे जूनियर रेडक्रास कहते हैं। जूनियर रेडक्रास की स्थापना चाहे नियमित तौर से लीग आफ रेडक्रास की स्थापना के साथ हुई थी, परन्तु बच्चों की ओर से रेडक्रास के लिये काम बहुत पहले से शुरु हो गया था। स्कूल मंे पढ रहे बच्चों ने अपने अध्यापकों की प्रेरणा के साथ रेडक्रास के कामों में हाथ बंटाना शुरु कर दिया था। रैडक्रास की स्थापना सन 1863 मंे हुई। सन 1925 मंे भारतीय रेडक्रास सोसाइटी, नई दिल्ली द्वारा जूनियर रेडक्रास शाखा स्थापित की गई तथा सभी राज्यों से अपील की गई कि राज्य शाखाएं भी जूनियर रेडक्रास शाखा स्थापित करंे। कहाकि पंजाब देश का पहला राज्य था जिसने 22 सितम्बर 1926 को जूनियर रेडक्रास शाखा शुरु की। सन 1966 में हरियाणा प्रांत बनने के पश्चात जून, 1971 में हरियाणा राज्य रंडक्रास शाखा बनी। तभी से जूनियर रैडक्रास शाखा का शुभारंम्भ हुआ। इस तरह जूनियर रैडक्रास के संक्षेप मे तीन आदर्श बनते है स्वास्थ्य, सेवा, मित्रता।


रिसोर्स पर्सन, अंजू शर्मा ने सीपीआर विषय को रौचक शैली मंे प्रस्तुत किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आह्वान किया कि सीपीआर की प्रक्रिया को ध्यान से समझें। उन्होंने बताया कि यह एक जीवन रक्षक प्रणाली है, जो दुर्घटना के समय या आकस्मिक स्थिति में व्यक्ति के जीवन की रक्षा करने मे बहुत महत्वपूर्ण सिद्व होती है। अंजू शर्मा ने प्रतिभागियों को अभ्यास के माध्यम से इस प्रकिया बारे बताया ताकि आपातकालीन स्थिति मे इसका उपयोग किया जा सके।


रिसोर्स पर्सन डॉ. पंकज गौड़ ने प्रतिभागियों को बताया कि शक्ति सम्पन्न राष्ट्र् के निर्माण के लिये महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता है। इस अवसर पर विनीत गाबा, संयुक्त शिविर निदेशक, राजकुमार परेवा, ओमप्रकाश गांधी, डॉ. पंकज गौड़, कृष्ण कक्कड़, अंजू शर्मा, अंजू कुमारी, जसविन्दर पाल, सूरज मोर्या, विनय चौधरी, संदीप शर्मा, सुनीता देवी, सुदेश रानी, कमलेश कुमारी, संतोष रानी, प्रीति, वन्दना, सुमन कुमारी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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