हरिद्वार। श्रद्धालु भक्तों को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व देश की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक धरोहर का उत्कृष्ट प्रतीक है। कनखल स्थित दक्ष महादेव मंदिर में जलाभिषेक के उपरांत श्रद्धालु भक्तों को महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं देते हुए श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि फाल्गुन मास की त्रयोदशी व चतुदर्शी की रात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है। महाशिवरात्रि भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का पर्व है। महाशिवरात्रि का संबंध भगवान शिव के विवाह से भी है। आज पूरा संसार विष रूपी कोरोना महामारी ग्रसित है। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव कोरोना रूपी विष का पान कर संसार को इस महामारी से मुक्ति दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होने वाले भगवान शिव भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इस महाशिवरात्रि पर बना ग्रहों का विशेष संयोग समस्त मानव जगत के लिए कल्याणकारी होगा। भोलेनाथ की कृपा से रूस व यूक्रेन के बीच जारी जंग से पूरी दुनिया पर मंडरा रहा खतरा भी दूर होगा तथा यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की सकुशल वापसी होगी।