हरिद्वार। कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष रवि बाबू शर्मा की अध्यक्षता में राम घाट स्थित कार्यालय पर बैठक आहूत की गई। जिसमें हरिद्वार शहर में युवाओं में बढ़ती नशाखोरी एवं शिक्षा के गिरते स्तर को लेकर चर्चा की गई।
बैठक में रवि बाबू शर्मा ने कहाकि युवा वर्ग समाज की दशा और दिशा को निर्धारित करता है, किंतु जब युवा दिशा विहीन हो जाता है तो समाज का बड़ा नुकसान होता है। उन्होंने कहाकि आज धर्मनगरी हरिद्वार में चहु ओर नशे का व्यापार बेरोजगारी की मार एवं अधर्म का कारोबार नजर आ है। हमें तीर्थ स्थल की मर्यादा बनाए रखने व युवाओं को जागरूक करने की अवश्यकता है। रवि बाबू ने कहाकि ज्ञान से जागरूकता आती है। ज्ञान पुस्तकों से आता है और पुस्तकें पुस्तकालय में उपलब्ध होती हैं। उन्होंने कहाकि नगर विधायक मदन कौशिक ने धर्मनगरी हरिद्वार में शैक्षणिक वातावरण बनाने हेतु 16 पुस्तकालयों की सौगात दी है, तो हमारा भी समाज के प्रति उत्तरदायित्व है की हम भी उनके इस महान यज्ञ में आहुति दें। उन्होंने कहाकि वे हरिद्वार विकास समिति की ओर से विधायक मदन कौशिक की निधि से निर्मित सभी 16 पुस्तकालयों हेतु पुस्तकें दान करेंगे।
बैठक में संदीप कुमार, जसवीर सिंह राणा, मोहित गर्ग कुश, वेदांत, शिवम, रजत पंडित, मोहित गौड़, ईशान शर्मा, जतिन सोढ़ी, कन्हैया कुमार, रोबिन प्रधान, राघव मित्तल, विपिन तेश्वर, राकेश कुमार, विनय कुमार, योगेश्वर शर्मा, सचिन भाटिया, अमन आहूजा, भोला, मनीष, लोकेश, लव, अंशुमान, श्रेय आशीष गुप्ता आदि उपस्थित थे।
बता दें कि विधायक मदन कौशिक की निधि से 16 पुस्तकालयों का निर्माण कराया गया था, किन्तु शहर में एक भी पुस्तकालय कहीं भी नजर नहीं आता। इसके संबंध में देहरादून निवासी सच्चिदांनद डबराल ने हाईकोर्ट नैनीताल में मुकद्मा डाला था। सरकार द्वारा यह कहने पर की सभी पुस्तकालयों को नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया गया है। जिस कारण से कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी। अब श्री डबराल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें कोर्ट ने 14 अक्टूबर को जबाव दाखिल करने का मदन कौशिक का समय दिया है। इसी के साथ नगर निगम ने श्री डबराल द्वारा मांगे गए सूचना के अधिकार के तहत कोई भी पुस्तकालय हस्तांतरित होने की बात से इंकार किया है।