हरिद्वार। गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी के लिए पिछले आठ वर्ष से प्रेमनगर पुल के पास धरना निरंतर चल रहा है। आठ वर्ष होने पर सिक्ख समाज ने गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी प्रबंधक कमेटी के तत्वावधान में प्रेमनगर पुल धरना स्थल से भगत सिंह चौक से होकर वापस धरना स्थल तक रोष मार्च निकाला गया। इससे पूर्व संत बलजिंदर सिंह शास्त्री ने कथा सुनाकर और रागी जत्थे ने कीर्तन से संगत को निहाल किया।
इस अवसर पर संत जगजीत सिंह शास्त्री ने कहा कि सरकार किसी अन्य स्थान पर भी गुरुद्वारे के लिए भूमि देती है तो भी हरकी पैड़ी के पास मूल स्थान नहीं छोड़ा जाएगा। गुरुद्वारे के लिए शांतिपूर्वक लगातार आठ वर्ष से धरना चल रहा है, लेकिन सरकार सुध नहीं ले रही। पूरे सिक्ख समाज को गुरु के नाम पर एकत्र होकर संघर्ष करना होगा। जल्द से जल्द गुरुद्वारे के लिए स्थान दिया जाए। रोष मार्च से शासन-प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है कि सिक्ख समाज गुरुद्वारे के लिए भूमि लेकर रहेगा। बार-बार सिर्फ आश्वासन दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि समाज को आपस में नहीं सरकार से लड़ना है। अध्यक्ष हरजीत सिंह दुआ ने कहा कि पिछले चार दशक से संघर्ष किया जा रहा है। शासन प्रशासन के साथ कई बैठक हो गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल रहा। जिसके कारण संगत में भारी रोष है।
इस अवसर पर सुरेंद्र सिंह, एमएस भट्टी, जगतार सिंह, एमएस चावला, गजेंद्र सिंह ओबेरॉय, सरबजीत सिंह, हेड ग्रंथी ज्ञानी प्रहलाद सिंह, हरदीप सिंह, ज्ञानी सोहन सिंह, ज्ञानी कुलविंदर सिंह, परमिंदर गिल, कुलवंत कौर, हरमिंदर कर, सरबजीत कौर, गुरलीन कौर, परविंदर कौर, हरभजन सिंह, रविंद्र सिंह, हरनाम सिंह आदि उपस्थित थे।