हरिद्वार। भारतीय प्राच्य विद्या सोसाइटी कनखल हरिद्वार के संस्थापक ज्योतिषाचार्य पं. प्रतीक मिश्रपुरी ने कहाकि ग्रहों के कारण ही पूरा संसार प्रभावित होता है। 4 जून से शनि कुंभ राशि में वक्र गति को प्राप्त हुए। कहा जाता है की जब कुंभ राशि के शनि धनिष्ठा नक्षत्र में वक्री होते हैं तो भीषण गर्मी व भीषण बारिश होती है।
बताया कि 4 जून 2022 से शनि वक्री हो गए हैं। परिणाम इस प्रकार की गर्मी पड़ रही है। बताया कि करीब 30 वर्षो में ये समय आता है। अभी जल्दी ही इस गर्मी से निजात पाना मुश्किल होगा, परंतु बारिश भी बहुत होगी। कहा भी है की ’शनि वक्र कुम्भे धरा तपति भास्कर समान। काल करोती नृत्य रुद्र शूल महान। उन्होंने बताया कि शनि को न्याय को देवता भी कहा जाता है।
शनि न्याय प्रिय हैं। इस संवत्सर के राजा भी शनि देव हैं और मंत्री देव गुरु वृहस्पति, इस कारण से शनि के वक्री होने से लोगों को न्याय भी मिलेगा। जो भी अन्याय की राह पर चल रहे हैं अक्टूबर तक दण्ड मिलने की पूरी संभावना है।


