स्वामी वीरेन्द्रानंद, जयाम्बा, कर्णपुरी, विमल गिरि बने महामण्डलेश्वर
हरिद्वार। नागा सन्यासियों के सबसे बड़े अखाड़े श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े में चार महामण्डलेश्वरों का पटट्ाभिषेक हुआ। इनमें एक महिला मण्डलेश्वर भी शामिल है। अधिष्ठात्री देवी मायादेवी मन्दिर में मंत्रोच्चार के बीच जूनापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने मंत्राभिषेक कर उनको महामण्डलेश्वर बनाये जाने की घोषणा की। इस दौरान मेला आईजी संजय गुज्याल, मेला एसएसपी जन्मेजय खण्डूडी, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, नगर कोतवाल अमरजीत सिंह ने भी मायादेवी पहुंचकर पूजा अर्चना कर कुम्भ मेला के सकुशल सम्पन्न होने की कामना की। इससे पहले इन तीनों संतों के नाम की पुकार चरण पादुका मन्दिर से की गयी। कुम्भ मेला की तैयारियों के बीच जूना अखाड़े में गुरूवार को पिथौरागढ़ के स्वामी वीरेन्द्रानंद गिरि महाराज, रोहतक हरियाणा के स्वामी कर्णपुरी महाराज तथा जूनागढ़ गुजरात के साध्वी संत जय अम्बा गिरि तथा स्वामी विमल गिरि को आचार्य महाण्डलेश्वर से मंत्र से दीक्षित किया। चरण पादुका मन्दिर में पूजा अर्चना के बाद आनंद भैरव अखाड़ा में जाकर पूजा अर्चना की। इस मौके पर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने मायादेवी को कलयुग की मुख्य अधिष्ठात्री बताते हुए जूना अखाड़े द्वारा सनातन संस्कृति के लिए जारी योगदान की चर्चा की। उन्होंने तीना महामण्डलेश्वरों के सनातन धर्म के साथ मानव सेवा के प्रति और ज्यादा प्रयास करने का आहवान किया। इस दौरान उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों से आये सांस्कृतिक दलों द्वारा मायादेवी प्रांगण में कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। गुरूवार को जिन तीन महामण्डलेश्वरों का पटट्ाभिषेक हुआ, इनमें से स्वामी वीरेन्द्रानंद गिरि तथा स्वामी कर्णपुरी को शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने सन्यास की दीक्षा दी थी, जबकि स्वामी श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने अपना शिष्य बनाया। जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कुम्भ मेला 2021 के निर्विध्न, सकुशल होने की कामना करते हुए कहा कि सनातन धर्म को बढ़ाने में जूना अखाड़ा का योगदान और बढेगा। इस मौके पर अन्र्तराष्ट्रीय सभापति प्रेम गिरि महाराज, मोहन भारती, महेशपुरी, शैलेन्द्र गिरि, गणपत गिरि, उपाध्यक्ष विद्यानंद सरस्वती, प्रवक्ता नारायण गिरि, थानापति नीलकंठ गिरि , सत्यागिरि महाराज के नेतृत्व में नीलकंठ गिरि,श्रीमहंत बिहारी गिरि, राजेश गिरि, राजेन्द्र भारती, भोला गिरि, कैलाशपुरी, बालयोगी पुरी, मनमोहन गिरि, घनश्याम गिरि आदि ने नवनियुक्त महामण्डलेश्वरों को शुभकामनाएं दी।