आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री सनातन का चमकता सिताराः रविन्द्र पुरी

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने किया बागेश्वर धाम बालाजी की कथा का शुभारम्भ


हरिद्वार।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने देश की राजधानी दिल्ली में तीन दिवसीय श्री बागेश्वर बाला जी धाम के परमाध्यक्ष आचार्य पं. धीरेन्द्र शास्त्री महाराज की कथा का शुभारम्भ किया।


इस दौरान अपने आशीवर्चन देते हुए श्री महंत रविन्द्र पुरी महाराज ने आचार्य पं. धीरन्द्र शास्त्री को उदीयमान नक्षत्र की भांति चमकता हुआ सनातन का सितारा बताते हुए देश के सभी संतों की ओर से सनातन के लिए किए जाने वाले कार्यों में हर प्रकार का सहयोग देने की बात कही।


श्रीमहंत ने कहाकि भारत नए युग की ओर बढ़ रहा है। विगत छह हजार वर्षों से देश में अध्यात्म व भौतिकतावाद के बीच द्वंद चल रहा था। ऐसे में सनातन की पताका को आगे फहराने के लिए युवा संन्यायी पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री महाराज का हनुमान जी महाराज की कृपा से उदय हुआ। उन्होंने कहाकि पं. धीरेन्द्र शास्त्री युवा संयासियों के लिए प्ररेणा स्रोत हैं। यह संन्यासियों के लिए भी गौरव की बात है कि एक युवा सनातनी सनातन की पताका का देश-विदेश में परचम लहरा रहा है। उन्हांेंने सनातन की रक्षा के लिए आचार्य धीरन्द्र शास्त्री जैसे रत्न को देश को देने के लिए उनके गुरु जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज को भी साधुवाद दिया। कहाकि जिस प्रकार से समय-समय पर आज सनातन पर कुठाराघात किया जा रहा है ऐसे में हम सबको मिलकर चलने की आवश्यकता है।


श्री महंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहाकि युग परिवर्तन की ओर जा रहा है। आने वाला वर्ष भी परिवर्तन वाला होगा। इस वर्ष 22 जनवरी को मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम के मंदिर की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा व लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में होगा। देश में राम राज की स्थापना होगी। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी के दिन सभी से दीपावली जैसा उत्सव मनाने और दीप जलाकर भगवान के मंदिर में विराजमान होने की खुशी मनाने की अपील की। उन्होंने कहाकि श्री राम मंदिर निर्माण का कार्य श्री हनुमान जी महाराज की कृपा से हो रहा है और अयोध्या धाम में हनुमान जी महाराज जीवंत रूप से विराजमान हैं। उन्होंने सनातन की पताका को देश-विदेश में फहराने के लिए आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री को साधुवाद दिया। उन्होंने सनातन की रक्षा और सनातन को आगे बढ़ाने के लिए साम, दाम, दंड व भेद हर प्रकार से सहयोग का सम्पूर्ण संत समाज की ओर से आश्वासन दिया।


इस दौरान स्वामी राजराजेश्वरानंद महाराज, आचार्य लोकेश मुनि समेत तमाम संत व भक्तजन मौजूद रहे। इससे पूर्व कथा स्थल पर पहुंचने पर आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री महाराज ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविन्द्र पुरी महाराज का साष्टांग प्रणाम पर अभिनंदन किया।

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