हरिद्वार। आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज ने कहाकि त्रिपदगामिनी मां गंगा जगत की पालनहार है। मां गंगा पृथ्वी पर साक्षात देव रूप है। उन्होंने कहाकि गंगा की निर्मलता व स्वच्छता बनाए रखना हम सभी का पुनीत कर्तव्य है।
आचार्य स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज ने कहाकि कुंभ पर्व में गंगा स्नान का खासा महत्व बताया गया है। ग्रहों व नक्षत्रों के शुभ योग में यह फल अनन्त गुना फलदायी होता है। उन्होंने कहाकि गंगा स्नान का पुण्य तभी प्राप्त हो सकता है जब हम मां गंगा की स्वच्छता व निर्मलता को बनाए रखने में अपना योगदान दें। उन्होंने बताया कि भले की ग्रह नक्षत्रों के शुभ योग में हम गंगा स्नान करें, किन्तु यदि हम गंगा को मैला करते हैं तो हम पुण्य की अपेक्षा पाप के भागीदार होते हैं। स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज ने बताया कि वे कुंभ पर्व में धर्म प्रचार के लिए तीर्थनगरी प्रवास पर हैं। कुंभ में उनका प्रवास तीर्थनगरी में रहेगा और वे शाही स्नान भी करेंगे। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उन्होंने कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं से सरकार की ओर से जारी कोरोना गाइड लाईन का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहाकि हम यदि सुरक्षित रहेंगे तो कुंभ भी सुरक्षित होगा।