ओवरहेड टंकी बनी शोपीस, फतवा गांव के लोग अब भी प्यासे, अधूरी सड़कें और टूटी उम्मीदें

ग्राम प्रधान और ग्रामीणों की गुहार के बावजूद नहीं हो रही सुनवाई
ग्रामीणों के आरोप निराधार 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने का दवा : राजेश गुप्ता

विनोद धीमान
हरिद्वार।
जनपद के लक्सर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले फतवा गांव के ग्रामीण इन दिनों बुनियादी सुविधाओं के अभाव में परेशान हैं। एक ओर जहां गांव में एक वर्ष से पेयजल आपूर्ति के लिए जल जीवन मिशन कार्यक्रम द्वारा बनाई गई ओवरहेड टंकी का कार्य अब तक अधूरा पड़ा है। वहीं ओवरटेक शोपीस बनकर रह गया है। वहीं दूसरी ओर जल पाइपलाइन के नाम पर गांव की नई सड़क को बुरी तरह से खोद दिया गया है। टंकी कनेक्शन और सड़क दोनों अधूरी योजनाओं की बलि चढ़ चुकी हैं और गांव की जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।

फतवा गांव में चार वर्ष पूर्व पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से 2021-22 में एक ओवरहेड टंकी का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जो पिछले वर्ष जनवरी 2024 में पूर्ण हो गया था। लेकिन आज तक फतवा के ग्रामवासियों को पेयजल का लाभ नहीं मिला है। ग्रामीणों का कहना है कि यह टंकी अब केवल एक ‘शोपीस’ बनकर रह गई है, जिससे आज तक एक बूंद पानी भी नहीं मिला है।

ठेकेदार बदले, पर नहीं बदली स्थिति
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अब तक इस परियोजना में दो ठेकेदार बदले जा चुके हैं। पहले ठेकेदार ने टंकी का निर्माण अधूरा छोड़ दिया, तो दूसरा ठेकेदार पाइप लाइन डालने के नाम पर गांव की हाल ही में बनी सड़क को कई जगहों से तोड़कर चला गया। काम तो अधूरा रहा ही, साथ में गांव की सड़कों की हालत भी बद से बदतर हो गई है।

सड़कें टूटी, जगह-जगह भरा पानी, राहगीर बेहाल
गांव के मुख्य मार्ग से लेकर अंदरूनी गलियों तक की सड़कें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क को खोदने के बाद मरम्मत का कोई काम नहीं किया गया। नतीजतन अब जगह-जगह गड्ढे और पानी भराव की समस्या से ग्रामीणों को चलने-फिरने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने किया कई बार प्रयास
ग्राम प्रधान अमित कुमार ने इस मुद्दे को कई बार अधिकारियों के समक्ष उठाया। उन्होंने संबंधित विभागों को पत्र लिखकर इस समस्या से अवगत कराया और सीएम पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई। इसके बावजूद अब तक न तो टंकी का निर्माण पूरा किया गया और न ही सड़क की मरम्मत हुई।

ग्रामवासियों सोनू कुमार, टीटू कुमार, सतीश कुमार, यशवीर, राकेश, अनिल कुमार, रंजीत और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि आज तक गांव के सभी घरों में जल कनेक्शन भी नहीं किए गए हैं। अधिकारियों की ओर से केवल निरीक्षण की औपचारिकता निभाई जाती है, लेकिन समाधान के नाम पर कुछ नहीं होता।

प्रशासन की चुप्पी से ग्रामीणों में आक्रोश
गांव में पानी की किल्लत, टूटी सड़कों और अधूरी योजनाओं को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार की योजनाएँ केवल कागजों तक ही सीमित हैं और धरातल पर उनकी कोई सच्चाई नहीं दिख रही।

जल्द समाधान नहीं हुआ तो होगा आंदोलन
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही टंकी का कार्य पूरा कर पेयजल आपूर्ति शुरू नहीं की गई और सड़क की मरम्मत नहीं हुई, तो वे जनआंदोलन करने को बाध्य होंगे।

85 प्रतिशत कार्य पूर्ण करने का दावा
जल जीवन मिशन के अधिशासी अभियंता राजेश गुप्ता ने बताया ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं गांव में पेयजल का 85 परसेंट कार्य पूर्ण हो चुका है। कई जगह सड़को की मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है। ओवरहेड टेक से पानी की सप्लाई भी अगले माह सुचारू कर दिया जायेगा।

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