पौड़ी। परमार्थ निकेतन के नाम की फर्जी वेबसाइट बनाकर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले एक शख्स को पौड़ी पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी शख्स के कब्जे से पुलिस ने 4 एटीएम कार्ड व 55 हजार नगद बरामद करते हुए आरोपी का चलन कर दिया।
पुलिस के मुताबिक बीते 15 अप्रैल को परमार्थ निकेतन के मैनेजर रामानन्द तिवारी ने थाना लक्ष्मणझूला में तहरीर देते हुए पुलिस को बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने परमार्थ निकेतन के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर आश्रम के कमरों की ऑनलाइन बुकिंग कर लोगों से विभिन्न बैंक खातों में रकम जमा कराकर ठगी की। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा-420 मेे मुकदमा दर्ज कर लिया। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन कर अभियुक्त द्वारा ऑनलाइन बुकिंग के लिए जारी किए गए मोबाइल नम्बर व अकाउन्ट नम्बरों की जाँच की।
पुलिस टीम ने राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली आदि स्थानों पर जाकर बैंकों के एटीएम चेक किये गये तथा बैंकों से की गई ट्रांजेक्शन के आधार पर अभियुक्त की तलाश शुरू की। पुलिस टीम को सीसीटीवी फुटेज में एचडीएफसी बैंक आनंद लोक साउथ दिल्ली के एटीएम पर एक संदिग्ध व्यक्ति धनराशि निकालता हुआ दिखाई दिया, जिसे पुलिस ने बीते कल जामिया मिलिया इलाके से धर दबोचा।
जांच के दौरान पुलिस को अभियुक्त द्वारा विभिन्न बैंकों के सात बैंक खातों का प्रयोग कर इसी तरह धोखाधड़ी किया जाना सामने आया है। जिसमें 10 दिन में करीब 35 लाख की 11 ट्रांजेक्शन की गई। जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर उपरोक्त बैंक खातों सहित अन्य 15 बैंक खातों को संदिग्ध लेनदेन के मध्यनजर फ्रीज करा दिया है। साथ ही साइबर सेल द्वारा 03 फर्जी वेबसाइट व 05 फ्रॉड मोबाईल नम्बरों को ब्लॉक करवाने की कार्यवाही भी की गई है।
पूछताछ का विवरण
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वे ऐसे ही संस्थानों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनवाते हैं। और फर्जी बैंक खाते खुलवाकर उनके एटीएम डेबिट कार्ड प्राप्त करते हैं। वेबसाइट पर खातों से लिंक गूगल पे पर धनराशि प्राप्त की जाती है। घटना में एक अन्य अभियुक्त का सम्मिलित होना बताया गया है जिसके सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त ने अपना नाम युनुस पुत्र इलियास (27 वर्ष) निवासी ग्राम जुरहेरी, थाना-जुरहरा, भरतपुर, राजस्थान, हाल निवासी मस्जिद मोठ, सादिक नगर, दिल्ली बताया। अभियुक्त के खिलाफ मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया जहा से उसे जेल भेज दिया गया है।


