वेद मंदिर निगम कुटीर में किया गया भगवान शिव का विशेष रुद्राभिषेक
हरिद्वार। दंडी स्वामी निगमबोध तीर्थ महाराज ने कहा है कि देवों के देव महादेव भगवान शिव भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं। जो दीन दुखी दीनानाथ के दरबार में आ जाता है प्रभु उसके सभी कष्टों का हरण कर उसका जीवन भवसागर से पार लगाते हैं। भूपतवाला स्थित निगम कुटीर वेद मंदिर में आयोजित शिव महोत्सव के दौरान शिव महापुराण का वर्णन करते हुए स्वामी निगमबोध तीर्थ महाराज ने कहा कि श्रावण मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। इसलिए इस दौरान की गई आराधना व्यक्ति को भगवान शिव की असीम अनुकंपा प्राप्त होती है। बेलपत्र, भांग, धतूरा द्वारा किया गया शिव का पूजन व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि लाता है। भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव है जो सभी आसुरी शक्तियों का विनाश कर अपने भक्तों का संरक्षण करते हैं। उन्होंने कहा कि शिव महोत्सव व्यापक रूप से हमें सतकर्मों की प्रेरणा देता है। कथा व्यास आचार्य गोपाल मिश्र ने कहा कि श्रावण मास के दौरान हरिद्वार के गंगा तट पर संतों के सानिध्य में शिव महापुराण का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। संतों के सानिध्य में किया गया धार्मिक अनुष्ठान अत्यधिक फलदाई होता है। हमें हमेशा सत्य के मार्ग पर अग्रसर रहकर मानव सेवा को समर्पित रहना चाहिए। कथा में पधारे सभी संत महापुरुषों का मुख्य यजमान मंसाराम मित्तल, कृष्ण गोपाल मित्तल, शिव कुमार मित्तल, सतपाल गुप्ता, श्रवण कुमार गोयल, सुभाष गोयल, संजय शर्मा आदि ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया। आश्रम के प्रबंधक पंडित भीमदेव एवं ओम प्रकाश भट्ट ने बताया कि 31 ब्राह्मणों द्वारा लगातार 25 दिन से विश्व कल्याण हेतु यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कांवड़ मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालु यात्री मां गंगा की अविरलता और पवित्रता का अवश्य ध्यान रखें।