हरिद्वार। मां मैया के तट मालवीय घाट पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने शिवशक्ति धाम डासना में 17 से 21 दिसम्बरको होने वाली विश्व धर्म संसद के लिये सभी सनातन धर्मगुरुओ से आशीर्वाद, मार्गदर्शन और सहयोग करने का आह्वान किया।
पत्रकार वार्ता में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि आज धानमंत्री नरेंद्र मोदी सार्वजनिक मंचांे से इस्लामिक जिहाद और बढ़ते मुस्लिम जनसंख्या अनुपात की चर्चा कर रहे हैं तो सभी हिन्दुओं को समझ जाना चाहिये कि स्थिति कितनी भयानक है। जो बातें आज प्रधानमंत्री कर रहे हैं, उन्ही बातों को कहने के लिये हमें कितनी मानसिक प्रताड़ना, धमकी, जेल और मुकदमों को झेलना पड़ा है।
उन्होंने सन्त समाज का आह्वान करते हुए कहा कि अब सन्त समाज को स्थिति की गम्भीरता को समझ लेना चाहिये और इस्लामिक जिहाद से मानवता की रक्षा के लिए सम्पूर्ण विश्व का वैचारिक नेतृत्व करना चाहिये। संत समाज धर्म रक्षा को राजनेताओं पर छोड़कर धर्म के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहा है। अगर विश्व से सनातन धर्म मिटा तो इसके जिम्मेदार नेताआंे से ज्यादा सनातन के धर्मगुरु होंगे, क्योंकि धर्म की रक्षा की जिम्मेदारी नेताओं से ज्यादा धर्मगुरुओं की होती है। उन्होंने कहाकि यदि सन्त समाज सनातन धर्म और सम्पूर्ण मानवता की रक्षा की जिम्मेदारी को समझते हुए विश्व धर्म संसद में उचित सहयोग करता है तो सम्पूर्ण विश्व का इतिहास एक नई करवट लेगा। इस महान आयोजन के लिये वो सनातन के सभी प्रमुख सन्तांे से आशीर्वाद, मार्गदर्शन और सहयोग की भिक्षा मांगेंगे।
प्रेस वार्ता में विश्व धर्म संसद की मुख्य संयोजक डॉ उदिता त्यागी ने कहा कि आज हिन्दू समाज बिल्कुल अनाथ है। आज हिन्दुओ में बहुत बुरी तरह असुरक्षा और अकेलापन घर कर गया है। आज हिन्दू को इस असुरक्षा और अकेलेपन से निकालने के लिये सनातन के धर्मगुरुओ को भागीरथ प्रयत्न करना चाहिये। िवश्व धर्म संसद इसके लिये होने वाला एक सटीक और प्रभावी प्रयास है। उन्होंने यह भी कहा कि जिहाद की विभीषिका को न समझने के कारण ही आज सम्पूर्ण मानवता विनाश की ओर तेजी से जा रही है। प्रेस वार्ता में पंडित अधीर कौशिक ने विश्व धर्म संसद को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।
प्रेस वार्ता में कुलदीप शर्मा, विनोद कुमार, विवेक नागर तथा अन्य उपस्थित थे।


