बीती 21 जुलाई को महिला के अधजले शव मिलने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर चौसर गांव के पास महिला का अधजला शव मिला था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा भरा और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। महिला की शिनाख्त 22 वर्षीय आनन्दी देवी पत्नी किशन कुमार निवासी छेड़ा पिथौरागढ़ हाल निवासी विण पिथौरागढ़ के रूप में हुई। महिला की मां सुनीता देवी ने बेटी की मौत के मामले में पिथौरागढ़ कोतवाली में तहरीर दी।
तहरीर में सुनीता देवी ने बताया कि आनन्दी देवी की शादी पांच साल पहले किशन कुमार के साथ हुई थी। बीते तीन महीने से बेटी उनके साथ मायके में रह रही थी। 20 जुलाई को किशन कुमार उनके घर रियांसी आया। आनन्दी देवी और उनकी नातिन आरती को जबरदस्ती अपने साथ ले गया। सुनीता देवी के मुताबिक 20 जुलाई को दोपहर करीब 2.30 बजे किशन कुमार ने उन्हें फोन किया और कहा कि शाम तक वो आनंदी को घर भेज देगा, लेकिन वह घर नहीं आयी। अगले दिन उसकी अधजली लाश मिली।
सुनीता देवी का आरोप है कि किशन कुमार पहले ही कई बार आनन्दी को जान से मारने की धमकियां दे चुका है। इसी के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है। आरोपी ने बताया कि उसका अपनी पत्नी से काफी से समय से विवाद चल रहा था। 20 जुलाई को आरोपी अपनी पत्नी आनंदी को विण में अपने किराए के कमरे पर लेकर गया था। वहां देर रात दोनों के बीच झगड़ा हो गया था। इस बीच पति ने मुक्कों से मारकर पत्नी की हत्या कर दी और स्कूटी के जरिए एक बोरे में उसका शव चौसर के गधेरे में पहुंचाया और वहां स्कूटी से पेट्रोल निकाल शव को आग के हवाले कर दिया।