प्रॉपर्टी बेचकर आयी नगदी बना षड़यंत्र का कारण, साथियों संग कथित दरोगा ने दिया था वारदात को अंजाम
हरिद्वार। पुलिस में नाले में मिली युवक की लाश के मामले से पर्दा उठाते हुए हत्या के मामले में एक दरोगा सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
रोशनाबाद कार्यालय में हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि 9 फरवरी को झबरेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत नाले में एक युवक की लाश मिली थी। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था तथा मामले के खुलासे के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया था। जांच के दौरान मृतक की कमीज पर अंकित टेलर के टैग/ विजिटिंग कार्ड की पड़ताल करते हुए पुलिस टीम पहले टेलर और उसके बाद मृतक के बताए जा रहे घर पर पहुंची तो जानकारी मिली कि मृतक की मां ने बीते वर्ष के दिसंबर माह में उक्त मकान की रजिस्ट्री 20 लाख रुपए में कर कुछ दिन पहले ही नए मकान मालिक को कब्जा दे दिया था। कब्जा देने के बाद मृतक और मृतक की दृष्टिहीन माता कुछ अन्य लोगों के साथ वहां से चली गई थी।
बताया कि नए मकान मालिक से मिले संदिग्ध मोबाइल नम्बर के आधार पर मृतक की मां की तलाश एवं शव सम्बन्धित पड़ताल की गई तो सारा मामला धीरे-धीरे खुलकर पूरी तरह से सामने आ गया। विवेचना में सामने आए सबूतों के आधार पर पुलिस टीम ने इस हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल पुलिस लाइन रोशनाबाद हरिद्वार में तैनात 01दरोगा व 02 अन्य को दबोचा। प्रकरण में अन्य की संलिप्तता की पड़ताल करते हुए पुलिस टीम पकड़ में आए हत्यारोपियों से पूछताछ के आधार पर महिला का शव बरामद करने का प्रयास कर रही है, जो हत्यारोपियों के मुताबिक उन्होंने उसके बेटे के शव से अलग कहीं दूर फेंका था।
ये था पूरा मामला-
बिना पति अपने बेटे नरेन्द्र उर्फ राजा का पालन पोषण कर रही कांठ मुरादाबाद निवासी दृष्टिहीन ममता ने वहां की अपनी प्रॉपर्टी बेचकर रोजगार की तलाश में करीब डेढ़ साल पहले हरिद्वार का रुख किया और प्रॉपर्टी बेचकर आए रुपयों से रोशनाबाद हरिद्वार में 01 मकान खरीदा। यहां रोजगार की तलाश के दौरान ममता पुलिस लाइन रोशनाबाद में तैनात एक दरोगा और एक अन्य व्यक्ति शहजाद के सम्पर्क में आयी।
दोनों ने उसे भरोसे में लेकर प्रॉपर्टी बेचने के लिए उकसाते हुए ये आश्वासन दिया कि वो उसकी देखभाल के साथ-साथ पूरा ख्याल रखेंगे। इस बात पर भरोसा कर महिला ने रोशनाबाद स्थित अपने मकान का सौदा 20 लाख रुपए में तय कर मकान बेच दिया जिसमें से 01लाख रुपए की पेमेंट होनी बाकी थी। बड़ी नगदी हासिल करने का लालच और ऊपर से दृष्टिहीन महिला के परिजनों का डर न होने के चलते दोनों हत्यारोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ महिला और उसके बेटे को रास्ते से हटाकर पूरी रकम ऐंठने का प्लान बना दिया और सही मौके का इंतजार करने लगे।
बताया कि 9 फरवरी को प्लान के मुताबिक हत्यारोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए वह वक्त चुना जब महिला अपने मकान का कब्जा नए मकान मालिक को देकर बचे हुए 01 लाख रुपये भी ले चुकी थी। योजना के मुताबिक मां-बेटे को अपने बुलाए गए ऑल्टो कार में बैठाकर ले जाया गया और मौका मिलते ही गला घोंटकर दोनों की हत्या कर दी गई। इसके बाद प्रकरण को बड़ी सनसनी बनने से रोकने के लिए दोनो शवों को अलग-अलग स्थानों पर लावारिस हालत में फेंक दिया गया।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने बंटवारे में आयी रकम से खरीदी गई ऑल्टो कार बरामद करने के पश्चात अब हिस्से में आए शेष नगदी एवं अन्य सामान की रिकवरी के लिए विभिन्न तरीकों से प्रयास कर रही है।
पकड़े गए हत्यारोपियों का विवऱण-
शहजाद पुत्र शऱाफत निवासी ग्राम अकबरपुर झौझा थाना झबरेडा जिला हरिद्वार ।
विनोद उर्फ काला पुत्र अमर सिंह निवासी सराय ज्वालापुर।
छुन्ना सिंह पुत्र श्री भोलानाथ निवासी- ग्राम राठा पोस्ट मसूदपुर थाना अछला जिला औरेया उप्र व हाल निवासी-हनुमान नगर गली नं0-02 थाना ऐत्माददौला आगरा जनपद आगरा उप्र बताए गए हैं। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनका चालान कर दिया है।