हरिद्वार। आज जिलाधिकारी कार्यालय पर माधोपुर व शांतरशाह प्रकरण को लेकर नगीना सांसद व आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद व खानपुर विधायक उमेश कुमार ने संयुक्त रूप से उच्चस्तरीय जांच की व पीड़ितों को न्याय दिलाने की आवाज बुलंद करते हुए धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण ने कहा कि हरिद्वार का जिला प्रशासन और प्रदेश की भाजपा सरकार यह ना समझे कि इन दोनों मामलों में चुप्पी साधकर पीड़ितों के साथ अन्याय कर लेंगे। यहां के जिला प्रशासन और सरकार को हर एक पीड़ा का जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि क्या देवभूमि उत्तराखंड में इस तरह का अन्याय सहनीय है। यदि नहीं, तो फिर भाजपा सरकार में ऐसा अन्याय क्यों हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पीड़ितों को न्याय न मिलना इस बात का सबूत है कि जिला प्रशासन सरकार के इशारे पर पीड़ितों को न्याय दिलाने की बजाय उनका शोषण करने में लगा हुआ है। जब तक पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिलेगा और दोनों मामलों की उच्च स्तरीय जांच नहीं होगी, तब तक आजाद समाज पार्टी संघर्ष करती रहेगी।
खानपुर विधायक उमेश कुमार ने कहा कि शान्तरशाह की दलित बेटी की बलात्कार के बाद निर्मम हत्या और माधोपुर में वसीम की गौ-हत्या के नाम पर हत्या के दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और दोनों मामलों में उच्च स्तरीय जांच हो ताकि दोनों ही पीड़ित परिवारों को इंसाफ मिल सके। उन्होंने कहा कि भले ही विपक्ष के कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री इन परिवारों के लिए न्याय की गुहार लगा चुके हो, लेकिन कांग्रेस आज तक भी वसीम हत्याकांड में मुकदमा तक दर्ज नहीं करा पाई, जो उनकी बड़ी विफलता को दर्शाता है और साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस को दलित और मुस्लिम सिर्फ एक वोट बैंक के रूप में नजर आते हैं।
उन्होंने कहा कि वह दोनों ही मामलों में जब तक न्याय और उच्च स्तरीय जांच के आदेश नहीं होते, तब तक सड़कों पर संघर्ष करते रहेंगे। इस दौरान कोर कॉलेज से जिलाधिकारी कार्यालय तक एक विरोध जुलूस निकाला गया, जिसमें हजारों की संख्या में पीड़ित परिवारों व आजाद समाज पार्टी के समर्थकों ने भाग लिया। कुल मिलाकर इस विरोध प्रदर्शन से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कहीं ना कहीं दोनों प्रकरणों को लेकर आमजन में उबाल है और भाजपा सरकार में न्याय न मिलना भी भाजपा सरकार पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है।