लड़की सप्लाई करने का काम करता था मृतक, टैक्सी ड्राइवर हैं दोनों आरोपी
हरिद्वार। श्यामपुर थाना क्षेत्र में रसावन नदी के समीप मिले शव के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। जबकि दूसरे फरार आरोपित की तलाश में पुलिस जुटी है। मृतक लड़की सप्लाई करने का कार्य करता था। अय्याशी युवक की मौत का कारण बनी। पुलिस ने हत्या के आरोपित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित दोनों टैक्सी ड्राईवर हैं।
मायापुर चौकी में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल ने बताया कि 21 दिसम्बर को थाना श्यामपुर क्षेत्रांतर्गत रवासन नदी के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली थी। शव को देखकर हत्या किया जाना प्रतीत हो रहा था। मृतक की पहचान उस समय नहीं हो पायी थी। बताया कि मृतक की शिनाख्त न हो पाना, पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज बना हुआ था। मामले की जांच श्यामपुर पुलिस व सीआईयू हरिद्वार की संयुक्त टीमें गठित कर सीओ सिटी जूही मनराल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी।
शव की पहचान बना बड़ा चैलेंज
एसएसपी ने बताया कि शव की पहचान न होना बड़ी समस्या बन रहा था। जिसके चलते आसपास रह रहे लगभग 1000 ठेकेदारों, लेबरों का भौतिक सत्यापन किया गया। हजारों मोबाइल नंबरों का सत्यापन किया, किन्तु मृतक के शिनाख्त नहीं हो पायी।
पेडों पर पड़ती रोशनी ने जगाई उम्मीद
बताया कि मामले में दिलचस्प मोड तब आया जब घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित रवासन के कांटे के एक कैमरे के फोकस का छोटा सा एंगल मुख्य हाईवे को कवर करता मिला। देर रात पेड़ों पर पड़ती रोशनी की किरणों के आवाजाही का मैप तैयार कर टीम द्वारा संभावित गाडि़यों का चंडी चैक तक लगभग 20 किमी तक पीछा किया गया। इसके साथ ही अन्य प्रकार की मदद ली।
सामने आयी मृतक की पहचान
इन सभी प्रयासों के पश्चात मृतक की पहचान अभय शर्मा उर्फ हनी उम्र 37 वर्ष पुत्र सुखनंदन शर्मा निवासी 284 सुदर्शन पार्क मोती नगर रमेश नगर पश्चिमी दिल्ली के रुप में हुई। मृतक के संबंध में पुलिस टीम को जानकारी मिली कि मृतक अय्याश किस्म का व्यक्ति था और हाल फिलहाल फ्लैट बिकने से काफी पैसों का मालिक भी हो गया था। अय्याश हरकतों के चलते मृतक का अपनी माता या घर वालों से कोई संबंध नहीं रखता था।
गहरी पड़ताल से खुली कत्ल की कहानी
एसएसपी ने बताया कि फिजिकली जानकारी इकट्ठा करने पर ये तथ्य सामने आए कि मृतक अपने परिवार से अलग रह कर अय्याश जिंदगी जी रहा था। जो सट्टा लगाने के साथ-साथ दिल्ली क्षेत्र में लड़की सप्लाई करने का काम भी करता था। मृतक हनी पिछले कुछ महीनों से आरोपी नीरज शुक्ला पुत्र त्रिभुवन शुक्ला निवासी विकासपुरी दिल्ली व नागेंद्र (दोनों पेशे से ड्राइवर हैं) से खास दोस्ताना रखता था और तीनों अय्याश होने के चलते लड़कीबाजी तथा सट्टाबाजी का भी शौक रखते थे। मृतक पर अय्याशी व सट्टे के कारण लाखों का कर्जा होने पर उसने नीरज शुक्ला के माध्यम से भी लोगों से लाखों का उधार ले रखा था।
मृतक द्वारा नीरज से उधार लिए पैसे न लौटाने पर कर्जदार लगातार नीरज के पास आकर पैसे वापस मांग रहे थे। इसी बीच हाल ही में मृतक ने अपना दिल्ली स्थित फ्लैट बेचा था जिसके उसे लगभग 30 लाख रुपये मिले थे।
लोगों द्वारा बार-बार पैसे मांगने पर भी मृतक द्वारा पैसे न लौटाने पर नीरज शुक्ला को लग गया था कि उसके लाखांें रुपए अब डूबने वाले हैं। इस पर नीरज ने अपने साथ नागेंद्र को लिया और दोनों ने एक प्लानिंग के तहत मृतक हनी के साथ दिन-रात उठना बैठना, साथ में शराब पीना करते हुए चुपके से मृतक के मोबाइल नंबर के पासवर्ड, एटीएम का पासवर्ड, बैंक का अकाउंट नंबर इत्यादि महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र कर ली।
खुद की उधारी वापस न मिलने व मृतक के खाते में बची लाखों की धनराशि को हड़पने के लिए आरोपियों ने मृतक को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। मृतक सट्टा खेलने का आदि था और तांत्रिक प्रक्रिया को भी मानता था, जिस कारण नीरज एक बार मृतक को कोलकाता तांत्रिक के पास लेकर गया था। नीरज ने बताया गया कि हरिद्वार में एक बड़ा तांत्रिक है, जो बिल्कुल सही सट्टे का नंबर बताता है। इस पर मृतक ने नीरज की बात पर विश्वास कर लिया।
प्लान के मुताबिक आरोपी नीरज व नागेंद्र ने मृतक को तांत्रिक के पास ले जाने के बहाने हरिद्वार ले आए और सोची समझी साजिश के चलते रात को जब मृतक को पूरा नशा हो गया तब नशे की हालत में दोनों आरोपियों ने नदी के बीच में जाने के बाद पीछे से गले में रस्सी लगा हनी का गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने पहचान मिटाने के लिए मौके पर ही मौजूद पत्थर से मृतक अभय शर्मा उर्फ हनी के चेहरे को बिगाड़ दिया। इसके बाद उक्त दोनों आरोपी मृतक के पैसे और मोबाइल निकाल मृतक की बाइक को भी साथ लेकर चले गए।
एक हत्यारोपी दबोचा, दूसरे की है तलाश
थाना श्यामपुर पुलिस टीम ने आरोपी नीरज को नहर पटरी सोनाली पुल के पास से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से मृतक के खाते से निकाले गए 104000 रुपए बरामद किए गए और मृतक के खाते में मौजूद लगभग 800000 को फ्रिज करवाया गया। पुलिस दूसरे फरार आरोपी नागेंद्र पुत्र सिंहराज निवासी भुवापुर थाना तिगांव जिला फरीदाबाद की तलाश में जुटी है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।