हरिद्वार। गुरुवार की देर शाम अपर मेला अधिकारी के साथ बैरागी संतों द्वारा की गई अभद्रता संतों की मर्यादा के विपरीत कही जाएगी।
इस घटना के बाद अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह ने बड़ा दिल दिखाते हुए कार्यवाही करने से इंकार कर दिया है। बावजूद इसके अखाड़ा परिषद ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है और पुलिस भी मामले की जांच कर रही है। बावजूद इसके इस प्रकार की शर्मनाक घटना क्यों घटी इसके पहलुओं पर भी विचार किया जाना चाहिए।
समाज के विभिन्न वर्गों ने बैरागी संतों के इस कृत्य की निंदा की है। जिस प्रकार से कुंभ का आयोजन हो रहा है, ऐसे में किसी भी प्रकार की कार्यवाही संतों के खिलाफ किए जाने की उम्मीद कम ही है, किन्तु घटना की जांच आवश्यक है जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। चर्चा है कि इस घटना में पर्दे के पीछे का खेल भी चला। जबकि मारपीट करने वाले संत पर्दे के पीछे खेल खेलने वालों का मोहरा बन गए। इतना ही नहीं समाज के प्रत्येक वर्ग में इन्होंने अपनी जग हंसायी करा ली।