धनिए का दूध जी हां, ठंड के मौसम या अन्य मौसम में कभी यह सूखे धनिए का दूध पी सकते हैं। इसका असर 1 महीने में होता है। सूखा धनिए का दूध बनाने के लिए एक कढ़ाई लें। उसमें 1 चम्मच घी रखें। इसके बाद 1 चम्मच सूखा धनिया बारीक डाल दें। 4-5 मिनट उसे सेक लें। इसके बाद दूध में डालकर 15 मिनट तक उसे उबालें। रोज सुबह इस का सेवन करने से बहुत जल्द माइग्रेन के दर्द में आराम मिलेगा।
मखाने का दूध जी हां, सुनकर आपको थोड़ा आश्चर्य लग रहा होगा। लेकिन यह सबसे हेल्दी और पौष्टिक है। रोज सुबह मखाने का दूध पीने से आपको सिरदर्द में काफी आराम मिलेगा।
धनिए की मोई अगर आप धनिए का दूध नहीं पी सकते हैं, तो आप धनिए की मोई जरूर खाएं। इसके लिए आपको पिसा हुआ धनिया चाहिए, घी, ड्राई फ्रूट, गोंद, खोपरा, और शक्कर का बुरा। अब सबसे पहले एक कढ़ाई में सबसे पहले घी रखें। घी गरम होने पर पिसा हुआ धनिया डालें। जब वह सिक जाएं तो ठंडा कर उसमें ड्राई फ्रूट और गोंद के फूले और शक्कर का बुरा डाल दें। अगर शक्कर बुरा कम रहेगा तो वह आपको कड़वी लगेगी। इसलिए थोड़ा सा ज्यादा डालें। रोज सुबह एक कटोरी खाकर उस पर दूध पी लें।
हल्दी का दूध हल्दी का सबसे अधिक लाभकारी होता है। इसका सेवन करने से सिरदर्द के साथ ठंड में होने वाले जोड़ों के दर्द में भी राहत मिलेगी।
घी की मालिश जी हां, अगर आप सचमुच डॉ की दवा नहीं खाना चाहते हैं तो हफ्ते में दो बार सिर पर घी की मालिश करें। इससे आपको सिरदर्द में बहुत राहत मिलेगी।