हरिद्वार। तीर्थनगरी हरिद्वार को गंगा नगरी के साथ संत नगरी भी कहा जाता है। यहां बहुतायत में संत निवास करते हैं। उन्हीं संतों के बीच उन्हीं का भेष धारण कर लोगों को ठगने वालों की भी कमी नहीं है। जिस कारण से वास्तविक संतों को ऐसे ठगों की करनी का दण्ड भुगतना पड़ता है।
यूं तो बाबाओं की लीला को न्यारी बताया गया है, किन्तु हकीकत से रू-ब-रू होने पर वाकई में इनकी न्यारी लीला का दर्शन होता है। सूत्र बताते हैं कि तीर्थनगरी में एक बाबा ऐसे हैं, जिन्होंने अब मीडिया को भी चूना लगाने में संकोच नहीं किया। यूं तो बाबा ने कई लोगों को चूना लगाया है, किन्तु मीडिया को चूना लगाना बड़ी बात है।
सूत्रों की माने तो बाबा ने एक चैनल पर अपने कार्यक्रम का प्रसारण करवाया। ऐसा कई बार हुआ। जिस कारण से चैनल का बिल 60 लाख रुपये हो गया। कई बार तकाजा करने के बाद भी बाबा चैनल वालों को टरकाता रहा। इससे पूर्व देहरादून के एक चैनल रिपोर्टर से भी बाबा ने पूर्व में प्रसारण करवाकर उसका भुगतान नहीं किय था। काफी समय तक तकाजा करने के बाद रिपोर्टर चुप बैठ गया। किन्तु जिस चैनल के 60 लाख रुपये बकाया बताए जा रहे हैं, वह अब बाबा को नोटिस भेजने की तैयारी में है।
नाम न छापने की शर्त पर बाबा के एक घनिष्ठ ने बताया कि बाबा का काम केवल लेने का है। देने के नाम पर बाबा को सुनाई और दिखाई देना बंद हो जाता है। शायद नोटिस मिलने के बाद बाबा को सुनाई व दिखाई देना शुरू हो जाए। बताते हैं कि बाबा के सताए लोगों की लम्बी लिस्ट है।