अपने ही अपनों की जड़ों में देंगे मट्ठा
हरिद्वार। उत्तराखण्ड में चुनावी बिगुल बज चुका है। 14 फरवरी को मतदान होना है। जीत का ताज किसके सिर बंधेगा इसका निर्णय 10 मार्च को हो जाएगा।
बात यदि हरिद्वार की करें तो यहां 11 विधानसभा सीटों में सबसे हॉट सीट हरिद्वार शहर की बन गयी है। भाजपा ने इस सीट पर जहां पांचवी बार मदन कौशिक को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने ब्रह्मचारी को मदन के मुकाबले एक बार फिर से मैदान में उतारा है। पूर्व में सतपाल ब्रह्मचारी मदन कौशिक से चुनाव में मात खा चुके हैं। मदन के सामने सतपाल ब्रह्मचारी के आने से यह मुकाबला रोचक हो गया है। मुकाबले को रोचक कोई और नहीं बल्कि कांग्र्रेस और भाजपा के नेता ही बनाएंगे। हालांकि टिकट पाने तक सतपाल ब्रह्मचारी की राह आसान नहीं रही। सतपाल के अपने ही टिकट कटवाने के लिए ऐडी-चोटी का जोर लगाए रहे। यहां तक की उन्होंने दिल्ली में डेरा भी डाले रखा। बावजूद इसके सतपाल के हाथों टिकट लग गया और उनके कुछ अपनों के सपने चकनाचूर हो गए।
हरिद्वार शहर सीट पर मुकाबला रोचक होने के कई कारण हैं। एक तो जहां कुछ कांग्रेसी सतपाल ब्रह्मचारी को हराने के लिए जी जान से जुटेंगे वहीं मदन कौशिक के साथ भी उनके अपने पीछे नहीं रहेंगे। यहां तक की दूसरी विधानसभा के नेता भी शहर सीट पर विशेष योगदान देंगे। सतपाल ब्रह्मचारी को सबसे पहले वही शिकस्त देने का काम करेंगे जो टिकट कटवाने के लिए जी जान से जुटे हुए थे। वहीं वे भी पीछे नहीं रहेंगे जिनकी जड़ों मंे चुनाव के दौरान पूर्व में सतपाल ब्रह्चारी ने मट्ठा देने का काम किया था। इसके अतिरिक्त कुछ भाजपा नेता ऐसे हैं जो सतपाल की पूरी मदद करेंगे। हालांकि भाजपा नेता पार्टी के साथ एकजुट होकर प्रत्याशी के लिए काम करने की बात कह रहे हैं, किन्तु वास्तविकता इससे कोसों दूर है। कई चेहरे ऐसे हैं जिन्होंने इस बार टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी और उन्हें दावेदारी पेश करने का खामियाजा भी भुगतना पड़ा। वहीं मदन कौशिक और स्वामी यतीश्वरानंद की अदावत किसी से छिपी नहीं है। चर्चा आम है कि हरिद्वार ग्रामीण सीट से नरेश शर्मा को स्वामी यतीश्वरानंद को शिकस्त देने के लिए प्लांट किया गया है। वहीं स्वामी भी इस कारण से पीछे रहने वाले नहीं है। वे भी कुछ न कुछ गुल तो अवश्य खिलाएंगे ही। जहां कांग्रेसी भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगने का काम करेंगे वहीं भाजपा प्रत्याशी के लिए कांग्रेस नेता काम करेंगे। ऐसे में अपने ही अपनों की जड़ों में मट्ठा देंगे, जिस कारण से हरिद्वार शहर सीट पर मुकाबला रोचक होगा।