MAAsterG ने किया दबाव का त्रिकोण: नेशनल एजुकेशन समिट में किया मार्गदर्शन

“दबाव का त्रिकोण: अभिभावकों, छात्रों और प्रदर्शन अपेक्षाओं के बीच संघर्षरत शिक्षक” विषय पर आधारित एक विशेष नेशनल एजुकेशन सम्मिट-4 कार्यक्रम का आयोजन बुद्धा ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन्स कॉम्प्लेक्स में किया गया। यह कार्यक्रम भगवती वेलफेयर सोसाइटी के सहयोग से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की सबसे खास बात थी प्रसिद्ध आध्यात्मिक मार्गदर्शक MAAsterG का सत्र, जिसमें उन्होंने जीवन में सच्चे सुख को पाने के लिए जीवनशैली में बदलाव की आवश्यकता पर बात की। रेनू बाला गुप्ता – मेयर, करनाल, श्रीमती ज्योत्स्ना – उप जिला शिक्षा अधिकारी (डिप्टी डीईओ), करनाल, सागर रत्तन, निदेशक, एडु-कनेक्ट, प्रिंसिपलों, शिक्षकों और अन्य सम्मानित अतिथियों के बीच उन्होंने एक गहरे संवाद में हिस्सा लिया और खुश रहने से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए। उन्होंने आज के समाज में शिक्षकों की बदलती भूमिका पर भी चर्चा की और कहा कि शिक्षक अब केवल शिक्षा देने की भूमिका नहीं निभाते, बल्कि कई बार माता-पिता की भूमिका भी निभा रहे हैं, क्योंकि वास्तविक माता-पिता अपनी आर्थिक ज़िम्मेदारियों को पूरा करने में व्यस्त रहते हैं।

अपने संबोधन में MAAsterG ने “जीवन के खेल” का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें अपने किरदार को पूरी तरह निभाना चाहिए, लेकिन बिना किसी आसक्ति के। यही तरीका है स्थायी आनंद प्राप्त करने का। उन्होंने आत्म-जागरूकता, वैराग्य और आंतरिक शांति पर अपने विचार साझा किए, जो सभी उपस्थित लोगों के मन को गहराई से छू गए।

MAAsterG को 2007 में आत्मबोध की प्राप्ति हुई थी और पिछले 16 वर्षों से MAAsterG ने अपने अनुभव को लाखों लोगों के साथ एक-एक कर के साझा किया और देखा कि 10 वर्ष के बच्चे से लेकर 80 वर्ष की दादी तक, चार पीढ़ियाँ एक साथ खुश होकर झूम रही थीं। इसी अनुभव के आधार पर दिसंबर 2023 में उन्होंने अपने ज्ञान को पूरी दुनिया तक पहुँचाने का निर्णय लिया और “MAAsterG” के नाम से सभी सार्वजनिक मंचों और सोशल मीडिया पर आए। उन्होंने “मिशन 800 करोड़” की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य है दुनिया के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना और उनका नारा है: “हैप्पीनेस गैरंटीड” (खुशी की गारंटी)।

सार्वजनिक रूप से कार्य शुरू करने के बाद से उन्होंने 250 से अधिक प्रभावशाली कार्यक्रम किए हैं, जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन का कारण बने हैं।

जैसा कि MAAsterG कहते हैं – “रोज़ की एक वाणी रखे दुखों से दूर।” MAAsterG की प्रेरणादायक ‘वाणी’ उनके YouTube चैनल ‘MAAsterG’ पर पूरी तरह निःशुल्क उपलब्ध हैं।

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