विनोद धीमान
हरिद्वार। लक्सर पुलिस की सख्ती के बावजूद लक्सर में नशे का कारोबार लगातार फैलता जा रहा है। आये दिन हो रही गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट हो चुका है कि क्षेत्र में नशे के सौदागर बेखौफ होकर अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस जहां तस्करों को सलाखों के पीछे भेज रही है, वहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने हालात को और भी चिंताजनक बना दिया है।
बीते सोमवार देर शाम अभियान लगाम के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली। रायसी पुलिस चौकी की टीम ने चेकिंग के दौरान एक नशा तस्कर को क्षेत्र से गिरफ्तार किया, जिसके पास से 90 ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड इंजेक्शन (कुल मात्रा 180 एमएल) बरामद किए गए। आरोपी की पहचान बॉबी शर्मा पुत्र सूरज शर्मा निवासी 10 नंबर ठोकर, थाना कनखल, जनपद हरिद्वार (उम्र 28 वर्ष) के रूप में हुई है।
रायसी चौकी प्रभारी कमलकांत रतूड़ी ने बताया कि अभियुक्त को रायसी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ कोतवाली लक्सर में मामला दर्ज किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी बनी सवाल
पुलिस की मुस्तैदी जहां सराहनीय है, वहीं स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी सवालों के घेरे में है। ड्रग्स पर नियंत्रण रखने की प्राथमिक जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होती है, लेकिन ड्रग इंस्पेक्टर साल छह माह में एक-दो बार मेडिकल स्टोरों की खानापूर्ति जांच कर लौट जाते हैं। यह रवैया ही नशे के कारोबार को पनपने का मौका दे रहा है।
जानकारों का मानना है कि यदि स्वास्थ्य विभाग नियमित छापेमारी और मेडिकल स्टोर्स की सख्त निगरानी करे, तो इस गोरखधंधे पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकती है।
युवाओं को नशे की गिरफ्त में धकेलता मुनाफा
इस अवैध धंधे से जुड़े तस्कर, क्षेत्र के युवाओं को नशे की लत में धकेलकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह सब कुछ जानते हुए भी कई जिम्मेदार विभाग जानबूझकर अनजान बने हुए हैं।
समाज को चाहिए सख्त एक्शन, नहीं सिर्फ कार्रवाई
नशे के खिलाफ सिर्फ पुलिसिया कार्रवाई काफी नहीं है, जब तक स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन और समाज मिलकर ठोस कदम नहीं उठाते। क्षेत्र में अवैध दवा कारोबार और नशे के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए अब नियमित जांच, लाइसेंस की समीक्षा और त्वरित सजा प्रक्रिया बेहद आवश्यक हो गई है।